राजदरबार, महल और छतरियों सहित पुरातत्व विभाग किले मेें संरक्षण के कार्यों को लेकर तैयार कर रहा है कार्य योजना, आवाजाही के रास्ते होंगे सुगम
पुरातत्व विभाग शाहाबाद के ऐतिहासिक किले में राजदरबार, महल, छतरियों के संरक्षण के काम कराएगा। वहीं वन विभाग शाहाबाद से किले तक रास्तों को नेचर ट्रेक के रूप में विकसित करने की तैयार कर रहा है। जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर सहरिया आदिवासी बहुल शाहाबाद पर्यटक स्थल पर कई विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जिससे यहां पर देशी-विदेशी की सैलानियों की आवाजाही हो सके।
आवाजाही के लिए रास्ते सुगम किए गए हैं। वहीं ऐतिहासिक महत्व के भवनों का संरक्षण किया जा रहा है। बजट में मुख्यमंत्री ने शाहाबाद व नाहरगढ़ किले में संरक्षण कार्यों को लेकर घोषणा की है। पुरातत्व विभाग शाहाबाद किले में राजदरबार, पुरानी तहसील, पुराना बाजार, छतरियाें के संरक्षण करवाएगा। साथ ही इन मार्गों पर आवाजाही के लिए पाथ-वे भी बनेगा। पहले चरण में किले में दरवाजाें, दीवारों में संरक्षण एवं पाथवे का निर्माण करवाया गया है। शाहाबाद से किले तक सीधे रास्ते के संरक्षण को लेकर लंबे समय से मांग हो रही है। वन विभाग इस मार्ग को नेचर ट्रेक के रूप में विकसित करेगा। नाहरगढ़ किले में पुरातत्व विभाग गिरी हुई चारदीवारी को दुरुस्त करवाएगा। साथ ही अन्य भवनों का संरक्षण होगा।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह हो रहे हैं काम
शाहाबाद किले में 4 करोड़ से संरक्षण के काम, तपस्वीजी की बगीची में संरक्षण के काम, सिरसा नदी पर नवीन एनिकट, शाहाबाद कस्बे में सीसी रोड, नगरकोट माता मंदिर नवनिर्माण, शाहाबाद कंजर्वेशन रिजर्व में संरक्षण के काम आदि काम करवाए जाएंगे |