आचार्य भगवंतों का होगा बारां में मंगल प्रवेश..
बारां शहर के कोटा रोड स्थित निर्माणाधीन जैन तीर्थ का आगामी 17 मई से 25 मई तक अंजनश्लाका प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस धार्मिक कार्यक्रम में आचार्य भगवंतों सहित बडी संख्या में जैन समाज के व्यक्तियों द्वारा भाग लिया जाएगा। इसी के निमित्त श्रीचन्द्र प्रभू जैन मंदिर पर पधारे हुए महाराज साहब द्वारा व्याख्यान दिए जा रहे है।
जिलाप्रमुख एवं गुणवर्धन शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर तीर्थ ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य भगवतं विषय विजय सूरीष्वर जी महाराज द्वारा अपने व्याख्यान में बताया कि दान, दया और दमन इन तीनों के प्रभाव से धर्म परिपुष्ट होता है। दान धर्म उसे कहते है जो दिया जाता है। सम्पत्ति दान, समय दान, सांत्वना दान, समाधि दान, ज्ञान दान इत्यादि दान के अनेक प्रकार है। महाराज श्री ने कहा कि दिया हुआ कभी निष्फल नही जाता है। उन्होनें अपने व्याख्यान में विशेष रूप से जीव रक्षा हेतु प्रेरित किया गया।
महाराजश्री ने निर्माणाधीन जैन तीर्थ पर आगामी 17 से 25 मई तक अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जिसके अनुसार 15 मई को सकल जैन श्रीसंघ द्वारा पूज्यपाद आचार्य भगवंत श्री प्रेमसूरीश्वर जी म.सा. की 55वी स्वर्गारोहण तिथि तथा श्री भगवती सूत्र-योगोद्ववहन (गणि-पंन्यास पद हेतु) पर सुबह 7 बजे पूजा अर्चना की जाएगी।
श्रीमती भाया ने बताया कि निर्माणधीन जैन तीर्थ के अन्जनश्लाका प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के लिए मुनिराज श्री ऋषभरत्न विजयजी महाराज, श्री राजरत्नविजय जी महाराज एवं श्री मुनिराज श्री निरागरत्न विजय जी बारां पधार रहे है, जिससे समाज बंधुओं में हर्ष की लहर व्याप्त है कि इस धार्मिक कार्यक्रम में आचार्य भगवंतों का आशीर्वाद उन्हें मिल सकेगा।