रियासतकाल से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए इस साल भी बारां शहर में गणगौर की शाही सवारी निकली जाएगी। गणगौर की शाही सवारी शुक्रवार शाम को शहर के चौमुखा बाजार से होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होकर निकाली जाएगी। इस बार गणगौर की शाही सवारी में छबड़ा का कंजरी नृत्य, शिव-काली युद्ध की सजीव झांकी भी आकर्षण का केंद्र रहेगी। गणगौर समिति के संरक्षक ललित मोहन खंडेलवाल, अध्यक्ष महेश कुमार सोनी, मंत्री श्याम कुमार अवस्थी, कोषाध्यक्ष हितेश गुप्ता, संयोजक दिनेश गौतम, दुष्यंत शर्मा ने बताया कि रियासतकाल से चली आ रही परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी गणगौर की शाही सवारी परंपरा के साथ उत्साह से निकाली जाएगी।
गत वर्षों के मुकाबले इस वर्ष झांकियों को आकर्षक रूप देने छबड़ा का लोक प्रसिद्ध कंजरी नृत्य तथा शिव बारात के मुकाबले इस साल शिव काली का युद्ध मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। आधा दर्जन घुड़सवार, 7 से अधिक झांकियां तथा रियासत काल के ईसर-गणगौर के तीन जोड़े स्वर्ण आभूषणों से सजे धजे शोभायात्रा में शामिल रहेंगे। समिति के पदाधिकारी शोभायात्रा देर शाम शाम सांवलाजी मंदिर, चौमुखा, सर्राफा, सदर बाजार से धर्मादा चौराहा, प्रताप चौक, इंदिरा मार्केट, सब्जी मंडी होती हुई निकाली जाएगी।