गुणवर्धन शंखेश्वर पार्शवनाथ जैन श्वेतांबर तीर्थ ट्रस्ट, संचालित श्री जय त्रिभुवन विमल विहार तीर्थ धाम पर आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महामहोत्सव के आठवे दिवस पर सुप्रभातम समय में समस्त ढोल-नगाडे, शहनाई एवं नृत्य कलाकारों की अलग-अलग नृत्य व धुनदार मधुरमय संगीत से प्रभु भक्ति के अदभुत वातावरण में तल्लीन करके सभी को मग्न मोहित करते हुए की गई।
प्राण प्रतिष्ठा महामहोत्सव के महा संयोजक प्रकाशचन्द्र के संघवी सिरोड़ी वाला एवं ट्रस्ट मण्डल के पदस्थों ने बताया कि आयोजन प्रेरक राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं तीर्थ अध्यक्ष श्रीमती उर्मिलाजी जैन भाया, जिला प्रमुख बारां ने परम पूज्य निश्रा दाता पूज्य प्रतिष्ठाचार्य श्री राजशेखर सूरीश्वरजी, श्री वीररत्न सूरीश्वरजी, श्री रत्नाकरसूरीश्वरजी, श्री विश्वरत्नसागरजी, श्री पद्मभूषणसूरीश्वरजी, श्री निपुणरत्नसूरीश्वरजी महाराजा के पवित्र सानिध्य में धर्माचार्य संजयभाई पाइपवाला व कल्पेशभाई पंडित, सिरोड़ीवाला के विशिष्ठ विधिविधान के मंत्रोच्चार से संगीत सम्राट निराला संगीताचार्य, नरेंद्रभाई वाणीगोताजी, मुंबई के द्वारा सुबह जिनालय में मूल विधि, दीक्षा स्नान, चैत्याभिषेक एवं चैत्य प्रतिष्ठा के कार्यक्रम सम्पन्न हुए।
श्रीमती उर्मिला जैन ने बताया कि अंजनषलाका प्रतिष्ठा महामहोत्सव का दीक्षा कल्याणक का भव्यातिभव्य वरघोडा आचार्य भगवंतों एवं सकल श्रीसंघ की उपस्थिति में गाजे-बाजे तथा मधुर सुरों की ध्वनि के साथ निकाला गया। दोपहर को वाराणसी नगर में दीक्षा कल्याण महोत्सव कार्यक्रम का मंचन किया गया। दोपहर को गीत-सांझी एवं मेहन्दी तथा शाम को संध्या भक्ति एवं प्रभूभक्ति, वरघोडे के चढावे के कार्यक्रम सम्पन्न हुए तथा मध्यरात्रि को अधिवासना, अंजनषलाका, केवलज्ञान के कार्यक्रम सम्पन्न हुए। श्रीमती भाया ने बताया कि नौ दिवसीय इस प्रतिष्ठा महामहोत्सव का आज गुरूवार को विधि विधान के साथ समापन होगा।