- पूछताछ में सहयोग नहीं करने पर किया गया गिरफ्तार
- दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने लिया था नाम
- कांग्रेस ने कार्रवाई को लेकर खड़े किए सवाल
ED सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में नवाब मलिक अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मलिक को अरेस्ट कर ED की टीम अस्पताल ले जा रही है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। उधर, इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि ये निचले स्तर की राजनीति है। केंद्रीय एजेंसी जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है।
गिरफ्तारी के बावजूद मलिक का अंदाज रहा नवाबों वाला, बोले- डरेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे

नवाब मलिक को जब ED पूछताछ के लिए घर से दफ्तर ले जा रही थी तब उनकी बॉडी लैंग्वेज अचीवर वाली थी। इसके बाद जब उन्हें गिरफ्तारी के बाद मलिक को ED दफ्तर के बाहर लाया गया तो उन्होंने बाहर निकलते हुए हाथ उठाकर मुक्का बांधा और जोरदार पंच के साथ हवा में लहराया। घर के गेट से गाड़ी तक उन्होंने चेहरे पर बड़ी मुस्कान बनाए रखी। इस दौरान मलिक मीडिया की तरफ हाथ उठाकर लहराते भी रहे। मेडिकल जांच के लिए अस्पताल जाने के दौरान मलिक ने मीडिया से कहा कि डरेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे।
नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद भड़के NCP कार्यकर्ता, लगाना पड़ा भारी पुलिस बल

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद ED ऑफिस के बाहर मौजूद NCP कार्यकर्ता भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। हालात को खराब होते देखकर वहां भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है
सुबह 5 बजे मलिक के घर पहुंची थी ED टीम
जानकारी के मुताबिक, ED की टीम सुबह 5 बजे मलिक के कुर्ला के नूर मंजिल स्थित घर पहुंची। इसके बाद टीम 7 बजे उनके घर से निकली और 7.45 बजे ED ऑफिस पहुंची। इस दौरान CRPF की एक बड़ी टीम उनके साथ थी। मलिक से पूछताछ के बाद NCP कार्यकर्ताओं के भड़कने की संभावना थी। इस कारण ED ने पूरी कार्रवाई को चुपके से अंजाम दिया है। ED ऑफिस के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस दौरान आसपास के ट्रैफिक को भी डाइवर्ट कर दिया गया।

मलिक पर अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने का है आरोप
9 नवंबर 2021 को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई में ब्लास्ट करने के आरोपियों की हैं। पूर्व CM ने आरोप लगाया कि सरदार शाह वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के नवाब मलिक के साथ व्यवसायिक संबंध हैं। इन दोनों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की एक कंपनी (Solidus company) को मुंबई के LBS रोड पर मौजूद करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम में बेची।
फडणवीस के मुताबिक जमीन की बिक्री सरदार शाह वली खान और सलीम पटेल ने की थी। नवाब मलिक भी इस कंपनी से कुछ समय के लिए जुड़े हुए थे। कुर्ला के LBS रोड पर मौजूद 3 एकड़ जमीन सिर्फ 20-30 लाख में बेची गई, जबकि इसका मार्केट प्राइस 3.50 करोड़ से ज्यादा था। पूर्व CM ने इसके सभी सबूत सेंट्रल एजेंसीज को देने की बात भी कही थी। माना जा रहा है कि इसी मामले में कार्रवाई करते हुए ED की टीम ने मलिक को पूछताछ के लिए उठाया है। हालांकि, ED की ओर से इस पर कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ संभव
मलिक को लेकर एक थ्योरी यह भी सामने आ रही है कि दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने ED की पूछताछ में उनका नाम लिया है। कासकर शुक्रवार को जेल से गिरफ्तार होने के बाद ED की कस्टडी में है। दाऊद इब्राहिम और उसके करीबी लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच चल रही है। कासकर को सात दिनों के लिए ED की हिरासत में भेज दिया गया है। सूत्रों की मानें तो कासकर और मलिक की कंपनी के बीच में हुए एक जमीन की लेनदेन के सबूत ED को मिले हैं। इसी मामले में ED ने 2 बिल्डरों को समन जारी किया है।

आवाज उठाने वालों को डराया जा रहा है: राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने ED की कार्रवाई पर कहा, ‘जो कोई भी BJP और केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाता है उसे केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए डराने धमकाने का काम काफी दिनों से शुरू है। आज भी ED ने वही किया है, लेकिन मेरा सवाल यह भी है कि आखिर सिर्फ महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर ही ED के अधिकारियों की कार्रवाई क्यों हो रही है? क्या BJP के नेताओं पर कोई भी मामला नहीं है। या वह सब बिल्कुल दूध के धुले हुए हैं। मुझे पूरा यकीन है कि शाम तक नवाब मलिक घर जरूर लौटेंगे। 2024 के बाद इन सब की भी जांच होगी। आने वाले दिनों में मैं कई BJP नेताओं और अधिकारियों के बारे में खुलासा करूंगा। इसके लिए भले ही मुझे कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े।’
यह BJP की पोल खोलने का बदला है: पाटिल
कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल ने कहा, ‘किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना ना देते हुए नवाब मलिक को पूछताछ के लिए ED कार्यालय ले जाया गया है। नवाब मलिक में बीते दिनों में जिस तरह से BJP के नेताओं की पोल खोल की थी उसी का बदला अब लिया जा रहा है।’
मुझे भी बदनाम करने की हुई थी कोशिश: शरद पवार
शरद पवार ने कहा,’जिस तरह से एजेंसीज का गलत इस्तमाल लगातार हो रहा है, उसे देखते हुए हमें लग रहा था कि ये आज नहीं तो कल जरूर होगा। नवाब मलिक लगातार बोल रहें है, इसलिए कोई ना कोई मामला निकालकर उन्हें परेशान किया जाएगा ये हमें पता था। अगर कोई मुस्लिम कार्यकर्ता है तो दाऊद का नाम ये लेने लगते हैं, बिना किसी सबूत के। जब मैं CM था तब भी इसी तरह मुझे बदनाम करने की कोशिश हुई थी। जो भी केंद्र या इन एजेंसीज के खिलाफ बोलता है, उसे परेशान करने की कोशिश की जाती है। वही बात यहां हुई है।”
हमें लगातार डराने की कोशिश हो रही है: सुप्रिया सुले
सुप्रिया सुले ने कहा,’मेरी मलिक के परिवार से बातचित हुई। मलिक कैबिनेट के मंत्री है, मेरी जानकारी के मुताबिक उन्हें पहले कोई नोटिस नहीं दी गई थी। जांच में सहयोग करने की बात नवाब मलिक ने की है। ट्वीटर के जरिए धमकी दे रहे थे कि इसको नोटिस आएगा उसको आएगा, ये कोई नई बात नहीं है। MVA सरकार के नेता हो या देश के अन्य नेता, पिछले कुछ समय से लगातार ED और अन्य एजंसीयों के नोटिस, धमकियां आ रही हैं। मैंने संसद में भी ये मुद्दा उठाया था। नवाब मलिक लगातार सच बोल रहे थे। इसलिए शायद उनकी आवाज दबाने के लिए ये किया गया हो सकता है।’