राज्य सरकार की बजट घोषणाओं के इंप्लीमेंटेशन की समीक्षा करने दौसा जिले के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री विश्वेंद्र सिंह कलेक्ट्रेट सभागार में मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कांग्रेस विधायक हरीश मीणा द्वारा विधानसभा में पेपर लीक के मुद्दे पर जवाब दिए।
उन्होंने कहा कि हर सरकार में पेपर लीक होते हैं और सरकार द्वारा कार्रवाई भी की जाती है। हरीश मीणा ने पेपर लीक पर कब बोला मुझे इसकी जानकारी नहीं है। वह मेरे अजीज मित्र हैं, मैं उनसे बात करूंगा कि आपको पेपर लीक प्रकरण में सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई में कहां कमी लग रही है।
नेट बंद करने पर भी उठा सवाल
वहीं भर्ती परीक्षाओं के दौरान सरकार द्वारा नेटबंदी कर नाकामी छिपाने के विपक्ष के आरोपों के सवाल पर मंत्री ने कहा यदि परीक्षा के दौरान इंटरनेट बंद नहीं करेंगे तो वे ही लोग सवाल उठाएंगे कि नेट बंद नहीं किया, इससे पेपर लीक हो गया।
उन्होंने कहा भाजपा के लोग पेपर लीक का हल्ला मचाते हैं जबकि इनके कार्यकाल में 16 पेपर लीक हुए और कोई कार्रवाई भी नहीं की। इनकी सरकार में कई भर्तियां तो ऐसी हुई जिनमें फर्जीवाड़ा करने वाले लोग नौकरी लग गए।
कांग्रेस नहीं, BJP में गुटबाजी
कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर मंत्री ने कहा हकीकत तो यह है कि गुटबाजी कांग्रेस में नहीं, बीजेपी में बढ़ी हुई है। उन्होंने कहा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का जन्मदिन 8 मार्च को है लेकिन वे 4 मार्च को ही जन्मदिन मना रही हैं। राजस्थान में बीजेपी में 15 गुटों में बटी हुई है, जिनके सीएम पद के 15 उम्मीदवार हैं जो दिखाता है कि इन्हें जनता से नहीं सत्ता से मतलब है।
10 दिन बाद भी नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया जाना, विपक्ष को लेकर इनकी गंभीरता को दिखाता है। उन्होंने कहा शनिवार को विधानसभा का सत्र होना था, लेकिन अधिकांश विधायकों के मौजूद नहीं होने के चलते सत्र स्थगित करना पड़ा।
कांग्रेस में न कोई लड़ाई है, न रहेगी। कांग्रेस प्रजातांत्रिक पार्टी है जिसमें इलेक्शन के जरिए मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं।
लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई होगी
मंत्री ने कहा 1952 में चुनाव शुरू होने के बाद से वर्तमान सरकार का यह ऐतिहासिक बजट है। किसानों के लिए अलग से बजट लाया गया, साथ ही एक भी नया टैक्स नहीं लगाया। अब पूरी सरकार का बजट इंप्लीमेंटेशन पर ही फोकस है।
इसके लिए आज सभी प्रभारी मंत्री अपने जिलों में फीडबैक मीटिंग ले रहे हैं। बजट के इंप्लीमेंटेशन में यदि कोई भी अफसर लापरवाही करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह कितने भी बड़े पद पर क्यों नहीं बैठा हो।