राजस्थान की पुलिस ने बीजेपी नेताओं को करौली जाने से रोका

राजस्थान के करौली ज़िले में 2 अप्रैल को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद शहर में कर्फ़्यू और धारा 144 लागू है.
13 अप्रैल (बुधवार) को भाजपा नेताओं ने करौली चलो का आह्वान किया था जिसके मद्देनज़र करौली ज़िले की सभी सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. शहर में भी एहतियातन अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई है.
हिंडौन रोड पर करौली सीमा में प्रवेश के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा समेत भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक लिया है.
यहां बड़ी संख्या में मौजूद भाजपा समर्थक नारेबाज़ी कर रहे हैं. इस दौरान तेजस्वी सूर्य ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम करौली हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहे हैं, लेकिन पुलिस ने हमें रोक लिया है.”
रौली सीमा पर पुलिस के रोकने के बाद भाजपा नेता वहीं धरने पर बैठ गए हैं. वहां करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजौरिया और भरतपुर सांसद रंजीता कोली भी मौजूद हैं.
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करौली हिंसा पीड़ित से भी सतीश पूनिया और तेजस्वी सूर्या मिलने पहुंचे थे. जबकि, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी करौली पहुंची थीं और हिंसा पीड़ितों से मुलाक़ात कर कलेक्टर और एसपी से घटना पर कार्रवाई की जानकारी ली.
इस मामले में पुलिस ने अभी तक तीस से ज़्यादा अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है.
घटना के अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है. शहर में फिलहाल शांति है और लोगों को राहत देते हुए कर्फ़्यू में भी तय समय के लिए ढील दी गई है.