शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार कर लिया है. वे दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के 33 में से डेढ़ दर्जन से अधिक विभागों का काम संभाला करते थे. पार्टी और सरकार में अरविंद केजरीवाल के बाद सबसे प्रभावशाली व्यक्ति हैं.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले के संबंध में रविवार (26 फरवरी) को गिरफ्तार कर लिया.
उनके खिलाफ उक्त एफ आई आर उपराज्यपाल की सिफारिश पर अगस्त 2022 में दर्ज की गई थी, जिसमें उन पर दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 बनाने में भ्रष्टाचार संबंधी आरोप लगाए गए थे.
सिसोदिया को मूल रूप से पिछले रविवार (19 फरवरी) को तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने पेश होने से पहले यह कहते हुए एक सप्ताह का समय मांगा था कि उन्हें और अधिक समय की जरूरत है, क्योंकि वे बजट संबंधी कार्यों में व्यस्त हैं.
बता दें कि सिसोदिया केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली के वित्तमंत्री भी हैं.
बहरहाल, इस रविवार को सिसोदिया को 9 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें दिल्ली की एक स्थानीय अदालत ने 4 मार्च तक के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया है. सीबीआई ने सुनवाई के दौरान अदालत से कहा कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और सच्चाई छिपा रहे हैं.
पूछताछ के लिए जाने से पहले सिसोदिया ने ट्विटर पर लिखा, ‘आज फिर सीबीआई (कार्यालय) जा रहा हूं, सारी जांच में पूरा सहयोग करूंगा. लाखों बच्चों का प्यार व करोड़ों देशवासियों का आशीर्वाद साथ है. कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं. भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए थे. ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज है.
आज फिर CBI जा रहा हूँ, सारी जाँच में पूरा सहयोग करूँगा. लाखों बच्चो का प्यार व करोड़ो देशवासियो का आशीर्वाद साथ है
कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं. भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फाँसी पर चढ़ गए थे. ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज़ है— Manish Sisodia (@msisodia) February 26, 2023
सिसोदिया और आम आदमी पार्टी (आप) का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके पार्टी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है.