केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मानहानि का केस करने पर सीएम अशोक गहलोत ने इस मामले में पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मानहानि का केस करें, हम तो स्वागत करेंगे. क्योंकि इसी बहाने ये केस आगे बढ़ेगा, भला होगा उन गरीबों का जो चर्चा में ही नहीं थे, लोगों का पैसा डूब गया हैं. इससे ये राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा.
गौरतलब है कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दोपहर में मानहानि का केस किया. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे और दावा पत्र पेश किया. इस मामले में उन्होंने संजीवनी घोटाले में गहलोत की ओर से लगाए आरोप को झूठा और तथ्यहीन बताते हुए मुकदमा दायर किया.
मोदी या शाह की नॉलेज में है ये घोटाला?
सीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं प्रधानमंत्री तक, अमित शाह तक बात जाए. वो हिंदुस्तान में ई़डी वाले छापे डाल रहे हैं. छापे के केस के लिए तो ये परफेक्ट केस है. मुझे अफसोस इस बात का है कि प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की नॉलेज में नहीं आया क्या इतना बड़ा घपला? गहलोत ने कहा कि ऐसे घपलेबाज को कैसे रखते हो आप अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल में? ये बहुत बड़ा सवाल है. आज ये केंद्रीय मंत्री बने हैं, इनको शर्म आनी चाहिए थी कि मंत्री बनने के बाद जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि मैं आगे बढ़कर सबको बुलाऊं और बातचीत करूं. संजीवनी के जो लोग जेलों में बैठे हुए हैं, उनकी प्रॉपर्टी ईडी ही जब्त कर सकती है, उसे एसओजी हीं कर सकती है.