औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों की 60 कंपनियों के साथ 1,25, 244 करोड़ रुपए के निवेश संबंधी समझौता ज्ञापन पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। ये कंपनियां ग्रीन हाइड्रोजन, सोलर सेल, लिथियम आयन सेल, एयरोस्पेस कल पुर्जे, जहाजों के लिए पंप, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), ड्रोन, कपड़ा आदि क्षेत्रों से संबद्ध हैं।
तमिलनाडु सरकार ने औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 60 एमओयू पर हस्ताक्षर किए, जिससे राज्य में 74,898 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि एसीएमई ग्रीन हाइड्रोजन एंड केमिकल्स 52,695 करोड़ रुपए के निवेश के साथ तुत्तुकुडी में ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया बनाने के लिए अपनी इकाई स्थापित करेगा।
तमिलनाडु इन्वेस्टर्स फस्र्ट पोर्ट ऑफ कॉल इन्वेस्टमेंट कॉन्क्लेव में आयोजित एमओयू हस्ताक्षर समारोह में मौजूद मुख्यमंत्री स्टालिन ने 1,497 करोड़ रुपए के लागत की 12 नई औद्योगिक परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनसे करीब 7,050 रोजगार सृजित होंगे। स्टालिन ने 22,252 करोड़ रुपए की 21 औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इनसे 17,654 रोजगार सृजित होंगे।
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तमिलनाडु के साथ निवेश समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने वालों में टाटा पावर लिमिटेड, कैटरपिलर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एम्प्लस (पेट्रोनास), राणे होल्डिंग्स, वोल्टास, एल्गी सॉयर, लुकस टीवीएस आदि हैं। इस आयोजन में स्टालिन ने तमिलनाडु लाइफ साइंसेज प्रमोशन पॉलिसी-2022 और तमिलनाडु रिसर्च एंड डेवलपमेंट पॉलिसी 2022 भी जारी की।
तमिलनाडु बनेगा स्मार्ट राज्य
तमिलनाडु- इन्वेस्टर्स फस्र्ट पोर्ट ऑफ कॉल निवेश सम्मेलन में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु जल्द ही भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में नम्बर 1 राज्य बन जाएगा और डीएमके सरकार ने राज्य को मौजूदा नम्बर तीन की स्थिति से आगे बढऩे में सक्षम बनाने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है।