राजस्थान सरकार पेपर लीक कराने और करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रही है लेकिन उसके बाद भी लीक गैंग में डर नहीं पनप रहा हैं। इसका मतलब है कि सरकार और पुलिस को और ज्यादा सख्ती करनी होगी। एक और पेपर लीक हो गया है इतनी सख्ती के बाद भी। साल की पहली सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा जो अभी चार दिन पहले ही हुई थी उसका पेपर लीक हो गया। इस लीक को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने लीक मान लिया है। अब जांच एसओजी को दी गई है। एसओजी की जांच में यह पेपर लीक…. लीक की श्रेणी में आते ही परीक्षा को रद्द कर दिया जाएगा। ये परीक्षा राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 19 फरवरी को आयोजित की गई थी राजस्थान के तीन शहरों में…। परीक्षा का नाम था सीएचओ और इस परीक्षा में करीब 85 हजार अभ्यर्थी बैठे थे।
इसलिए माना जा रहा है पेपर लीक
दरअसल 19 फरवरी को आयोजित सीएचओ परीक्षा का प्रश्न पत्र साढ़े दस बजे शुरू हो गया था। लेकिन एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया कि उसके पास किसी ने यह पेपर करीब सवा तीन घंटे पहले ही भेज दिया। उसने पेपर पर गौर नहीं किया। लेकिन बाद में पता चला कि इस पेपर के 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रश्न असल पेपर मे आ गए हैं। उसके बाद तो एक से दूसरे,,, तीसरे,, चैथे, कई जगहों पर यह पेपर चलता चला गया। बोर्ड के पास मामला पहुंचा तो बोर्ड ने भी इसे लीक की तरह ही देखा। अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष्ज्ञ हरि प्रसाद शर्मा का कहना है कि हम तय नहीं कर पा रहे हैं… हालात लीक जैसे ही लग रहे हैं। लेकिन पुख्ता जांच के लिए एसओजी को सारे साक्ष्य सौप दिए गए हैं। उनकी जांच के बाद ही इसे पूरी तरह से लीक माना जाएगा।