09/06/2023
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गेंदबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन, इंग्लैंड ने भारत को 10 विकेट से हरा फाइनल में बनाई जगह

T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने विराट कोहली और हार्दिक पांड्या की बेहतरीन बल्लेबाजी की मदद से इंग्लैंड के सामने 169 रनों का लक्ष्य रखा। लेकिन इसके जवाब में इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए इस लक्ष्य को मात्र 16 ओवर में पा लिया।

इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए भारत के गेंदबाजों की बखिया उड़ेध दी। इन दोनों के तूफानी अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के इस दूसरे सेमीफाइनल मुक़ाबले में भारत को 10 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ इंग्लैंड इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गया है। जहां उनका मुक़ाबला रविवार को पाकिस्तान से होगा।

इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने विराट कोहली और हार्दिक पांड्या की बेहतरीन बल्लेबाजी की मदद से इंग्लैंड के सामने 169 रनों का लक्ष्य रख। लेकिन इसके जवाब में इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए इस लक्ष्य को मात्र 16 ओवर में पा लिया। बटलर ने 49 गेंद पर 3 सिक्स और 9 चौके की मदद से 80 रन बनाए। वहीं हेल्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 47 गेंद पर 86 रन बनाए। अपनी पारी में हेल्स ने 7 सिक्स और 4 चौके लगाए।

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए। क्रिस वोक्स ने ओवर की चौथी गेंद पर केएल राहुल को आउट कर दिया। राहुल विकेटकीपर जोस बटलर को कैच थमा बैठे। उन्होंने पांच गेंद पर पांच रन बनाए। राहुल के आउट होने के बाद भारत पर दवाब आ गया। इसके बाद कप्तान रोहित शर्म और विराट कोहली ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 45 रन जोड़े।

लेकिन शर्मा इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते नज़र आए। तभी क्रिस जॉर्डन ने इंग्लैंड को दूसरी सफलता दिलाई। उन्होंने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को पवेलियन भेज दिया।

कोच-कप्तान ऐसा करेंगे तो कुछ नहीं जीत पाएगी टीम इंडिया !

इंडियन क्रिकेट टीम. T20 वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी है. और जैसा कि रवायत है. हर हार के बाद हार के कारण खोजे जाते हैं. लेकिन ये वाली हार तो इतनी बड़ी है कि इसके कारण एकदम क्रिस्टल क्लियर साफ हैं. बैटिंग में इंटेंट ना दिखना. बोलर्स का ऑफ डे और फील्डर्स का घटिया प्रदर्शन. कप्तान और कोच का क्लूलेस रहना. सही वक्त पर सही फैसले ना ले पाना. इन तमाम कारणों ने मिलकर इंडियन टीम को ऑस्ट्रेलिया में इंसल्ट फील कराई और दोबारा ऐसा ना हो, इसके लिए टीम में आमूल-चूल परिवर्तन होने ही चाहिए. और आज सिली पॉइंट में चर्चा इन्हीं संभावित परिवर्तनों पर.

भावुक रोहित, दिलेर कार्तिक, परेशान विराट…

सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट की हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा निराश और मायूस नजर आए। मैच के बाद काफी देर तक रोहित ने कोच राहुल द्रविड़ के साथ बात की। इसके बाद रोहित अपने आंसू पोछते हुए भावुक हो गए। उन्हें कोच द्रविड़ ने संभाला। पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली भी मैच के बाद निराश नजर आए। वह टूर्नामेंट के हाईएस्ट स्कोरर रहे। उन्होंने टूर्नामेंट के 6 मैचों में 296 रन बनाए।

ICC के इस बड़े टूर्नामेंट में हार के क्या कारण रहे? 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में पाकिस्तान से 10 विकेट की हार से लेकर इस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड से भी 10 विकेट की हार तक, टीम इंडिया ने कितने एक्सपेरिमेंट किए और बड़े टूर्नामेंट में पिछली ट्रॉफी जीतने के बाद किन-किन टूर्नामेंट ने टीम इंडिया ने अब तक चोक किया।

2021 में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में क्या थे हालात?

17 अक्टूबर से 14 नवंबर 2021 तक UAE में पिछले साल का टी-20 वर्ल्ड कप खेला गया। इस टूर्नामेंट के पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत को हराया। भारत से मिले 152 रन के टारगेट को पाकिस्तान ने बिना विकेट गंवाए हासिल कर लिया था। दूसरे मैच में हम न्यूजीलैंड से हार गए। इसके बाद 3 लीग मैच जीतकर सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सके थे।

2021 वर्ल्ड कप के बाद 29 प्लेयर्स आजमाए

2021 वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा टी-20 समेत तीनों फॉर्मेट में कप्तान बनाए गए। रवि शास्त्री की जगह राहुल द्रविड़ हेड कोच हो गए। 15 नवंबर 2021 से 15 अक्टूबर 2022 तक 11 महीने में टीम इंडिया ने 35 टी-20 मैच खेले। इनमें 29 खिलाड़ियों को आजमाया। 7 ने डेब्यू किया। बाकी सब तो छोड़िए हमने इस दौरान 4 कप्तान भी बदल दिए। इतने एक्सपेरिमेंट के बाद टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 15 खिलाड़ियों की टीम तय हुई। लेकिन, ये टॉप-15 खिलाड़ी मिलकर भी भारत को ICC ट्रॉफी नहीं जिता सके।

पूर्व वर्ल्ड कप में टॉप ऑर्डर फेल रहा

इस वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा और लोकेश राहुल की ओपनिंग जोड़ी फ्लॉप रही। कितनी हैरानी की बात है कि 6 मैच में एक भी बार यह जोड़ी 50 रन की पार्टनरशिप नहीं कर सकी। पिछले वर्ल्ड कप के बाद भारत ने ईशान किशन, रितुराज गायकवाड़, संजू सैमसन और दीपक हुड्डा तक से ओपनिंग कराई। लेकिन, आखिर में रोहित और राहुल की जोड़ी पर ही भरोसा किया। ये भी कुछ नहीं कर सके।

 

प्लेइंग-11 में लेग स्पिनर क्यों नहीं?

टी-20 फॉर्मेट में रिस्ट स्पिनर विकेट टेकिंग ऑप्शन माने जाते हैं। भारत ने इस वर्ल्ड कप से पहले 35 मैच में कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई और युजवेंद्र चहल की रिस्ट स्पिन को ट्राई किया। वर्ल्ड कप स्क्वाड में अक्षर पटेल की लेफ्ट आर्म स्पिन, रविचंद्रन अश्विन की ऑफ स्पिन के अलावा चहल की लेग स्पिन गेंदबाजी को चुना भी गया। लेकिन टूर्नामेंट के 6 मैच जब हुए तो प्लेइंग-11 में चहल को मौका ही नहीं मिला। अश्विन और अक्षर को सभी मैच खिलाए गए। अश्विन ने 6 मैच में 6 विकेट तो अक्षर ने 5 मैच में 3 ही विकेट लिए। इसका असर ये हुआ कि जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में तेज गेंदबाजों पर विकेट लेने का दबाव आया। तेज गेंदबाजों ने पावरप्ले और डेथ ओवर्स में विकेट भी लिए। लेकिन, 7 से 15 ओवर के बीच टीम को विकेट नहीं मिल सके।

 

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