अंता चिकित्सालय में लाखों की लागत से 2020 में एडवांस टेक्नोलॉजी की सोनोग्राफी मशीन अंता चिकित्सालय को मिली थी। यह पूरे जिले में काफी एडवांस मशीन थी। इसको चलाने के लिए रेडियोलॉजिस्ट की जरूरत थी, लेकिन इस मशीन को कोई भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं मिला। जिसके चक्कर में यह मशीन धूल खा रही है। सिर्फ मंगलवार और हर महीने की 9 तारीख को मशीन महिला चिकित्सक द्वारा चलाई जाती है और उनके द्वारा ही सप्ताह में 1 दिन तथा महीने में 9 तारीख को ही चलाई जाती है। इसमें भी सिर्फ महिलाओं की ही सोनोग्राफी होती है। जिसके चलते क्षेत्रवासियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही सभी के लिए सोनोग्राफी की सुविधा अंता अस्पताल में नहीं मिल पा रही है।
6 महीने पहले ही हुआ है क्रमोन्नत
अंता सामुदायिक चिकित्सालय को 6 महीने पहले उप जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत कर दिया गया है। इसके चलते अंता चिकित्सालय को रेडियोलॉजिस्ट की भी पोस्ट मिल गई है, लेकिन अंता अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट नहीं लग पा रहा है।
चिकित्सक छुट्टी पर, अब मंगलवार को भी नहीं होगी सोनोग्राफी
सोनोग्राफी मशीन से सिर्फ महिलाओं की सोनोग्राफी हो रही थी। यह भी महिला डॉक्टर कर रही थी, लेकिन महिला डॉक्टर 3 महीने की छुट्टी पर चली गई हैं। जिसके चलते अब 3 महीने तक यह मशीन पूरी तरह से बंद रहेगी। अगर रेडियोलॉजिस्ट लग जाए, तो यह मशीन रोज काम करेगी।
विधायक कोष से मिली थी मशीन
अंता अस्पताल में क्षेत्रवासियों को सोनोग्राफी मशीन की सौगात खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा अपने विधायक कोष से दी गई थी। साथ ही यह मशीन पूरे जिले में काफी हाईटेक मशीन थी। इसकी लागत भी लाखों में रही थी।
चिकित्सालय प्रभारी हरीश मीणा ने बताया कि अंता अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट लगाने के लिए हमने आला अधिकारियों को लिखा है, साथ ही महिला डॉक्टर के छुट्टी पर जाने के चलते यह मशीन वर्तमान समय में पूर्ण रूप से बंद है।