09/06/2023
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बारां: अफीम बोने वाले किसानों ने फसल को अन्यायपूर्ण तरीके से नष्ट नहीं करने को लेकर ज्ञापन दिया

छबड़ा-छीपाबड़ाैद विधानसभा क्षेत्र में किसानों को अफीम के पट्टे अफीम नीति के तहत 2022-23 में जारी कर दिए गए। जिससे किसानों ने अफीम की फसल की बुवाई भी कर दी। अब नारकोटिक्स विभाग दबाव बनाकर किसानों के खेत में खड़ी अफीम फसल को नष्ट करने को कहा जा रहा है। इसे अन्याय पूर्ण नीति बताते हुए कांग्रेस के जिला महासचिव ब्रजराज मीणा ने कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री भारत सरकार को पत्र प्रेषित कर उक्त नीति में संशोधन कर किसानों के साथ न्याय के लिए जाने की मांग की है। मीणा ने अपने लिखे पत्र में बताया कि जिन किसानों के अफीम के पट्टे जारी हो गए। उन्हें 40 दिन हो गए हैं। उन्होंने खेतों में अफीम की बुवाई कर दी है। जिसमें उनको काफी खर्चा आया है।

ऐसे में बुवाई की गई फसल को नष्ट करना उचित नहीं है। जबकि अफीम नीति 2022-23 में संशोधन कर उन सभी किसानों को बुवाई चिराई का आदेश देकर किसानों के साथ न्याय किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने अफीम का मूल्य बढ़ाया जाने तथा अफीम खेती करने वाले सभी किसानों को नई अफीम नीति बनाकर दस आरी सब को अफीम के पट्टे जारी किए जाएं। 1996 से लेकर 2022-23 तक के सभी टूटे हुए लाइसेंस को बहाल किया जाने की भी मांग की है।

खनन एवं गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया लिख चुके है लोकसभाध्यक्ष को पत्र 

राज्य के खनन एवं गौपालन मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया अफीम किसानों के फसल खराबे के सम्बन्ध में नारकोटिक्स विभाग के बर्ताव को लेकर लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आगामी फसल में कार्यवाही करने के लिए पत्र लिख चुके है, जिस पर अमल करना केंद्र सरकार का कार्य है.

 

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