ठेकेदार व अफसरों के बीच टेंडर में बताए गए काम को लेकर सहमति नहीं होने से फंसा मामला
शहर में तेल फैक्ट्री क्षेत्र झालावाड़ रोड पर ओवरब्रिज का निर्माण फिर ठप हो गया है। ठेकेदार ने टेंडर के जी शिड्यूल के बाहर का काम करने से मना करते हुए सोमवार से काम रोक दिया है। इससे क्षेत्रवासियों को परेशानी हाेने वाली है। शहर में झालावाड़ रोड रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का काम बार-बार उलझ रहा है। हाल ही में निर्माण कंपनी ने आरओबी का काम शुरू किया था। जिससे रेलवे ओवरब्रिज बनने को लेकर आस बंधी थी। इस दौरान अधिकारियों व ठेकेदार के बीच विवाद सामने आया है। यहां पिलरों से पहले 79 पाइल बननी है। इसमें पाइल कट ऑफ की लंबाई को लेकर ठेकेदार और अधिकारियों के बीच विवाद है। ठेकेदार ने टेंडर, जी शिड्यूल के अनुरूप कट ऑफ की बात कही है।
वहीं अधिकारी ग्राउंड लेवल पर लाने की बात कह रहे हैं। इसमें दोनों के बीच विवाद है। इसको लेकर ठेकेदार ने सोमवार से मौके पर काम बंद कर दिया है। ऐसे में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण फिर से फंस गया है। क्षेत्रवासी दीनबंधु धाकड़ ने बताया कि मुश्किल से दुबारा काम शुरू हुआ है। इसमें किसी भी विवाद के कारण काम नहीं रुकना चाहिए। आरओबी का काम चलना चाहिए। जिससे जनता परेशान नहीं हो।
40 फीसदी आबादी ने वर्षों से लगा रखी है बड़ी उम्मीद..
तेलफैक्ट्री रेलवे ओवरब्रिज बनना जरूरी है। रेलवे फाटक पार शहर की करीब 40 फीसदी आबादी निवास करती है। ओवरब्रिज का निर्माण सालों से अटका हुआ है। अब निर्माण की उम्मीद बंधी, तो नया विवाद सामने आ गया। जिम्मेदार अधिकारियों को मामले का निस्तारण कर निर्माण शुरू करवाना चाहिए। जिससे आमजन को राहत मिल सके।
सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियों को आगामी चुनावों में उठाना पद सकता है बड़ा नुकसान..
वर्तमान में बारां अटरु विधानसभा क्षेत्र से सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के विधायक है तथा शहरी प्रशासन नगर परिषद् में भी कांग्रेस का ही बोर्ड बना हुआ है| जिले से राज्य केबिनेट में प्रतिनिधि के रूप में खनन एवं गौपालन मंत्री प्रमोद भाया है तथा जिला परिषद् में उनकी पत्नी श्रीमती उर्मिला भाया जिलाप्रमुख है, बावजूद इसके पटरी पार के लोगों को राहत मिलती हुई नज़र नहीं आ रही है |