राज्य सरकार के घाटे से उबारने के दावों के बावजूद रोडवेज की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। पिछले एक दशक में बारां डिपो से संचालित बसों की संख्या 100 से घटकर 57 रह गई। बारां डिपो से 5 साल पहले तक 88 से ज्यादा बसें संचालित हो रही थी। जिनकी संख्या घटकर अब 57 रह गई है। इससे रोडवेज के प्रतिदिन के फेरों की संख्या भी 85 से 55 रह गई। इससे कई रूटों पर बसें कम होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर, भोपाल रूट पर बसों का संचालन नहीं हो रहा है। रोडवेज के वरिष्ठ कार्मिकों का कहना है कि बारां डिपो में साल 2012 तक रोडवेज बेड़े में करीब 100 से अधिक बसें संचालित हो रही थी। उस समय बारां से इंदौर, भोपाल सहित अन्य रुटों पर भी बसों का संचालन हो रहा था। यात्री भार भी अच्छा मिलने से रोडवेज को अच्छी आय मिल रही थी।
कोटा के लिए हर नियमित शेड्यूल के हिसाब से कुछ-कुछ मिनिट के अंतराल में ही बसों का संचालन हो रहा था। साल 2013 के बाद से निगम के बेड़े में नई बसों को शामिल नहीं किया जा रहा है। साल दर साल बसें कंडम होती जा रही है। वहीं साल 2012 के बाद निगम की ओर से बारां डिपो में सिर्फ करीब 10 नई बसें आई थी। नई बसों के नहीं आने से बारां डिपो के रोडवेज बेड़े में शामिल बसों की संख्या घटकर महज 57 ही रह गई है। ऐसे में कई रुटों पर बसों का संचालन बंद होने या कम होने से लोगो को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
रोडवेज की 11 लाख से घटकर 8 लाख रुपए रह गई आय
सूत्रों का कहना है कि बारां डिपो में कुछ साल पहले तक करीब 100 बसों के संचालन से रोज करीब 10 से 11 लाख रुपए की आय मिल रही थी। लेकिन बेड़े में बसों की संख्या घटने से बारां डिपो का राजस्व भी पहले के मुकाबले घटकर महज पौने 8 लाख रुपए ही रह गए है।
निजी साधनों पर निर्भर आमजन बसों की संख्या कम होने से आमजन की निर्भरता निजी साधनों पर बढ़ रही है। बसों की संख्या नहीं बढ़ने के कारण यहां रोडवेज की आय तो बढ़ नहीं पाई, लेकिन डीजल के दाम बढ़ने के कारण रोडवेज को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
” बारां डिपो में नई बसों के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजे गए है। अभी बारां डिपो में रोडवेज बेडे की 57 बसों का संचालन किया जा रहा है। बसों की संख्या कम रहने से कई रुटों पर शेड्यूल कम होने से परेशानी आ रही है। नई बसें शामिल हो तो प्रतिदिन आय व यात्रीभार भी बढ़ेगा।” – सुनीता जैन, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज बारां
5 बसें कंडम, इंदौर, भोपाल रूट पर रोडवेज का संचालन बंद
रोडवेज सूत्रों ने बताया कि बारां डिपो में वर्तमान में बसों की संख्या 64 ही रह गई है। बारां डिपो की पांच बसें करीब डेढ़ साल से भी अधिक समय से बंद पड़ी हुई हैं। इन बसों के इंजन में खराबी और अन्य कमियां दुरुस्त नहीं हो पाई है। दो बसें स्पेयर में रखी हुई है। ऐसे में 57 बसों का ही रुट पर संचालन किया जा रहा है।