7 दिन में काम शुरू करने का दिया नोटिस
नेशनल हाइवे-90 का काम एक महीने से बंद है। इसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी और ठेकेदार के बीच विवाद को लेकर काम अटका हुआ है। इसकाे लेकर पीडब्ल्यूडी (एनएच) ने कंपनी को काम शुरू करने के लिए सात दिन का नोटिस दिया है। बारां-अकलेरा नेशनल हाइवे के लिए 84.37 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी कर इससे करीब 77 किमी में सड़क नई बनाई जानी है।
इससे बारां, अटरू, कवाई, छीपाबड़ौद, अकलेरा सहित बारां व झालावाड़ के लोगों को राहत मिलेगी। बारां-अकलेरा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-752 की कुल लंबाई 93.50 किमी है। इसके सुदृढ़ीकरण के लिए करीब एक साल पहले 84 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली। इससे लगभग 41.50 किमी बारां से कवाई को दो लेन वीद पेव्ड शोल्डर बनाया जाना है। वहीं ग्राम मंडोला, अटरू एवं कवाई में 1.80 किमी में सीमेंट कंक्रीट का कार्य भी होना है। कुल 77 किमी की लंबाई में सड़क के नवीनीकरण का कार्य किया जाना है। सड़क को लेकर बराना से अटरू तक कहीं एक साइड तो कहीं दोनों साइडों में सड़क की खुदाई की जा चुकी है। कंपनी और ठेकेदार के बीच विवाद को लेकर एक महीने से काम ठप है।
पिपलोद होकर आवाजाही कर रहे लोग
नेशनल हाइवे-90 खस्ताहाल होने से कार व अन्य निजी वाहन चालक पिपलोद होकर आवाजाही कर रहे हैं। वहीं बस, ट्रोला, ट्रक आदि खराब सड़क से आवाजाही कर रहे हैं। सड़क क्षेत्र में बसे ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। राख के भरे ट्रोले बपावर हाइवे से जा रहे हैं। अटरू-बारां के बीच हर दिन करीब 20 हजार वाहनों की आवाजाही होती है। इसमें 20 फीसदी बपावर हाइवे से आवागमन कर रहे हैं। वहीं 50 फीसदी पिपलोद रोड से आवागमन रहे हैं। 30 फीसदी वाहनों को उखड़ी सड़क से आवाजाही करनी पड़ रही है।