राइट टू हेल्थ बिल को लेकर प्रदेशभर में अधिकांश निजी अस्पतालों में हड़ताल चल रही है। बारां जिले में कुछ निजी अस्पतालों में इसका असर देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही अब सरकारी डॉक्टर भी इसके विरोध में उतर आए हैं। बारां जिले के भी सरकारी डॉक्टर शनिवार से आरटीएच बिल के विरोध में ड्यूटी के दौरान काली पट्टी बांधकर तथा सुबह अस्पतालों में ओपीडी के समय दो घण्टे का कार्य बहिष्कार करेंगे। साथ ही शुक्रवार शाम से सरकारी डॉक्टरों ने प्राइवेट क्लिनिक पर भी सेवाएं बंद कर दी है। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
सेवारत चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. देवीशंकर ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से पारित राइट टू हेल्थ बिल डॉक्टरों के मान-सम्मान और चिकित्सकीय सेवाओं के विरूद्व है। इससे क्षेत्र की जनता को भी नुकसान है। ऐसे में इसे राज्य सरकार को तुरंत वापस ले लेना चाहिए। बिल के विरोध में शनिवार से जिले के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की ओर से शुरुआती तौर पर ड्यूटी के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध जताया जाएगा। साथ ही जिला अस्पताल समेत सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी के दौरान सुबह 9 से 11 बजे दो घंटे तक कार्य का बहिष्कार करेंगे। साथ ही शुक्रवार से सरकारी डॉक्टरों की ओर से निजी क्लिनिक आदि सेवाएं भी बंद कर दी हैं। इसको लेकर सेवारत चिकित्सक संघ के पदाधिकारियों ने सीएमएचओ और जिला अस्पताल पीएमओ को भी ज्ञापन दिया है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मांगे नहीं मानने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार व विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।