बारा जिले में चिकित्सा शिक्षा को लेकर लगातार अवसर बढ़ते जा रहे हैं। जिला मुख्यालय पर बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज के साथ ही नर्सिंग कॉलेज भी खुलने जा रहा है। इसको लेकर तैयारी जोरों पर चल रही है। जिला मुख्यालय पर बनने वाले नर्सिंग कॉलेज के लिए करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत है। आरएसआरडीसी की ओर से टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने बड़ां धाम पर आयोजित कार्यक्रम मे नर्सिंग कॉलेज का भी शिलान्यास किया था। इसके बाद फर्म की ओर से मेलखेड़ी रोड पर आवंटित जमीन पर कॉलेज भवन का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने बजट में 18 जिलों में आगामी सत्र में बांसवाड़ा, बारां, चित्तौड़गढ़, दौसा, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सिरोही, टोंक, श्रीगंगानगर व टोंक जिलों में नए नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा की गई थी। सरकार की ओर से इन नर्सिंग कॉलेाजों को आगामी सत्र से पढ़ाई शुरू करने का लक्ष्य तय किया है। बारां जिला मुख्यालय पर बनने वाले बीएससी नर्सिंग कॉलेज के भवन और हॉस्टल निर्माण के लिए संयुक्त शासन सचिव की ओर से करीब 21 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी दी गई है। यहां बनने वाले नर्सिंग कॉलेज के लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की जमीन से कुछ ही दूर करीब 2 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है।
डेढ़ साल में कार्य पूरा करने का लक्ष्य, पहले सत्र में कुल 60 सीटों पर दिया जाएगा प्रवेश
आरएसआरडीसी परियोजना निदेशक मनोज माथुर ने बताया कि बीएससी नर्सिंग कॉलेज के निर्माण काे लेकर 21 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। नर्सिंग कॉलेज के निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने शिलान्यास भी किया था। हाल ही में संवेदक की ओर से निर्माण कार्य शुरु कर दिया है। कॉलेज में पहले सत्र में कुल 60 सीटों प्रवेश किया जाएगा। सरकार से प्राप्त बजट से दो मंजिला कॉलेज भवन व 90-90 क्षमता के दो गर्ल्स व बॉयज हॉस्टल तैयार किए जाएंगे।
आगामी सत्र से शुरू हो सकती है प्रवेश प्रक्रिया
विभागीय सूत्रों का कहना है कि निर्माण प्रक्रिया पूरी होने में करीब 15 महीने का वक्त लगेगा। लेकिन सरकार की ओर से इन कॉलेजों का इसी सत्र से शुरू करने की योजना है। ऐसे में यहां कॉलेज भवन तैयार होने के साथ ही यहां प्रव्रेश प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। कॉलेज संचालन को लेकर कुछ समय तक अस्थाई भवन का उपयोग लिया जाएगा।