राज्य सरकार ने पर्यावरण विभाग के माध्यम से सैटेलाइट के विश्लेषण के बाद विश्व जल दिवस पर प्रदेश के 19 जिलों में 44 आर्द्र भूमियों को अधिसूचित किया है। पर्यावरण विभाग पिछले कई महीनों से सैटेलाइट इमेजरी का अध्ययन कर रहा था। विश्व जल दिवस पर बारां जिले में 12 वेटलैंड (आर्द्रभूमियों) को अधिसूचित किया है। इनमें इकलेरा सागर, कोटरापार तालाब, बैथली डेम, हिंगलोट डेम, उतावाली डेम, सहरोल तालाब, गरड़ा तालाब, नियाना तलाई, नाहरगढ़, तेजाजी की तलाई, पुष्कर तालाब एवं ल्हासी डेम को आर्द्रभूमि अधिसूचित किया है। वहीं कोटा में पक्षी विहार कनवास, किशोर सागर, हनोतिया, झालावाड़ में बड़बेला तालाब और बूंदी में नवलसागर को अधिसूचित किया है। बारां जिले से सबसे अधिक 12 वेटलैंड को अधिसूचित किए हैं।
इन जिलों में वेटलेंड को किया नोटिफाइड
राज्य सरकार के पर्यावरण विभाग की सैटेलाइट इमेजरी अध्ययन एवं विश्लेषण के बाद बारां, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ, डूंगरपुर, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, टोंक, उदयपुर, भीलवाड़ा, प्रतापगढ, सिरोही, अजमेर, जालौर एवं झालावाड़ जिलों में कुल 44 वेटलैंड को अधिसूचित किया है।