24/09/2023
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BJP की ‘जनआक्रोश यात्रा’ का आगाज फीका, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की जनसभा में भी भीड़ कम

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राजस्थान में जनआक्रोश यात्रा का फीका आगाज रहा. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में प्रदेश बीजेपी के सभी गुट एक साथ मंच पर तो दिखाई दिए लेकिन जनसभा में भीड़ कम ही जुट पाई. जनआक्रोश यात्रा के रथों को रवाना करने के लिए बुलाई गई सभा में नड्डा ने कहा कि राजस्थान के विकास में केंद्र सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन इसके विपरीत गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने विकास को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस की गहलोत सरकार राजस्थान के विकास के रास्ते में रोड़े अटकाने के मिशन में लगी हुई है. नड्डा ने कहा कि जब से दिल्ली का इंजन हटा है, तब से राजस्थान का विकास घटा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह हमने नहीं घटाया, घटाने वाले गहलोत साहब ही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत ने राजस्थान की चिंता करने के बजाय खुद की और अपनी पार्टी और अपने नेताओं और आकाओं की चिंता की.

कांग्रेस पर बरसे नड्डा

कांग्रेस की राज्य सरकार पर हमला जारी रखते हुए नड्डा ने कहा कि गहलोत सरकार पहले से हमारी चली आ रही योजना को भी बंद कर रहे हैं. जल-जीवन मिशन इम्प्लीमेंट करने में भी अशोक गहलोत राजस्थान में रोड़े अटका रहे हैं. इससे हर घर जल की योजना में बाधाएं आ रही हैं.

आज केंद्र में जलशक्ति मंत्री राजस्थान से हैं, लेकिन कांग्रेस की गहलोत सरकार जलशक्ति मंत्रालय का भी इस्तेमाल नहीं कर रही. नड्डा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस ने सरकार में आने से पहले किसानों से कर्ज माफी का बड़ा वादा किया था. किसानों का करीब 1.20 लाख करोड़ रुपये का कर्जा चुकाना था. राहुल गांधी कहते थे – एक, दो, तीन, चार और 10 गिनते-गिनते किसानों का कर्जा माफ हो जाएगा. नड्डा ने कहा- आजकल राहुल गांधी यात्रा पर निकले हुए हैं, उनसे पूछना कि आप अपना वादा भूल गए हो कि याद है? राजस्थान की जनता में कांग्रेस की सरकार के प्रति आक्रोश इसलिए है, क्योंकि कांग्रेस की गहलोत सरकार उनकी आंखों में धूल झोंक रही है और उनके हितों के साथ विश्वासघात कर रही है. कांग्रेस की सरकार आने के बाद राजस्थान में करीब 9 हजार किसान अपनी जमीन बेचने को मजबूर हो गए हैं.

नड्डा ने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने बाजरा पर एमएसपी देने से भी इनकार कर दिया है, उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, दलित उत्पीड़न, साइबर क्राइम, महंगे पेट्रोल-डीजल और महंगी बिजली में नंबर एक बन गया है. पेट्रोल-डीजल पर केंद्र की मोदी सरकार ने कई बार दाम घटाए, बीजेपी की राज्य सरकारों ने भी दाम घटाए, लेकिन राजस्थान सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं किए.

अशोक गहलोत गुजरात में तो जाकर घड़ियाली आंसू बहाते हैं, लेकिन यहां सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचते हैं. किसानों को और आम उपभोक्ताओं को आज राजस्थान की कांग्रेस सरकार में सबसे अधिक महंगी बिजली मिल रही है.

नड्डा ने गहलोत सरकार में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का आरोप लगाया

नड्डा ने दावा किया कि कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में सांप्रदायिक तनाव भी बढ़े हैं. इसकी जिम्मेवार भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार ही है. अगर आप चाहते हैं कि राजस्थान में बहनें सुरक्षित रहें, दलित सुरक्षित रहें, रोजगार के अवसर बढ़े, भ्रष्टाचार समाप्त हो और पेट्रोल-डीजल के दाम कम हों, तो राजस्थान में डबल इंजन वाली सरकार बनानी होगी. मुझे विश्वास है कि राजस्थान की जनता अशोक गहलोत सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.

 

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