चीन में काेरोना कहर बरपा रहा है। अस्पतालों में बेड नहीं हैं, दवाइयां खत्म हो गई हैं, इतनी मौतें कि लाशें रखने की जगह नहीं बची। ऐसे में पूरी दुनिया में डर का माहौल है।
चीन में बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को अलर्ट भेजा है। कोविड मरीजों के साथ पुरानी गाइड लाइन के अनुसार प्रोटोकॉल फोलो करने के निर्देश दिए हैं। दूसरे देशों से भारत आने वालों पर नजर रखने और उनकी टेस्टिंग करने के साथ वैक्सीनेशन को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। राजस्थान में भी इसे लेकर तैयारी की जा रही है।
गुरुवार देर शाम हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोरोना को लेकर गाइड लाइन जारी की है। डिपार्टमेंट ने भीड़-भाड़ वाले एरिया में रैंडम सैंपलिंग के आदेश जारी किए हैं। ये सैंपलिंग रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सब्जी मंडी समेत अन्य जगहों पर की जाएगी। इसके साथ ही पीएचसी, सीएचसी और हॉस्पिटल आने वाले संदिग्ध मरीजों के भी सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं।
निदेशक स्वास्थ्य विभाग से जारी इस गाइड लाइन में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) को निर्देश दिए है कि इसके लिए अब हर संदिग्ध मरीज के सैंपल लेकर उसकी जांच करवाई जाए और पॉजिटिव मिलने पर उसे जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भिजवाया जाए।
ये है गाइड लाइन में प्रावधान
– हर जिले में घर-घर सर्वे टीम जाएगी और संदिग्ध मरीजों की पहचान करेगी।
– हॉस्पिटल में ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेकर उसकी जांच करवाए।
– पॉजिटिव मिलने वाले सभी मरीजों के सैंपल कलेक्ट करवाए जाए।
– प्रदेश के सभी जिलों और उपखण्ड पर पूर्व में बनाए कंट्रोल रूम को फिर से एक्टिव कर लोगों को इससे कनेक्ट करने के लिए जागरूक किया जाए।
– सभी छोटे-बड़े हॉस्पिटल में दवाइयों और जांच किट की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
– कलेक्टर अपने जिलों में पुलिस, नगर पालिकाओं, पंचायती राज विभाग, पुलिस एवं महिला बाल विकास के कर्मचारियों के साथ बैठक कर इस वायरस के रोकथाम और कंट्रोल के लिए समीक्षा करें।
इवेंट और कार्यक्रम पर फिलहाल रोक नहीं
हेल्थ डिपार्टमेंट ने जो अभी गाइड लाइन जारी की है, उसमें सभी सीएमएचओ को तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि जनता से जुड़ी पाबंदियों को लेकर अभी कुछ जारी नहीं किया है। मास्क लगाने की अनिवार्य, सार्वजनिक कार्यक्रम पर संख्या की बाध्यता समेत दूसरे प्रतिबंध को लेकर गृह विभाग की ओर से अगल से गाइड लाइन जारी हो सकती है। इसके अलावा 25 दिसंबर क्रिसमस और 31 दिसंबर न्यू ईयर पार्टी को लेकर भी कोई अलग से गाइड लाइन जारी नहीं हुई है।
एयरपोर्ट पर कोविड जांच नहीं
राजस्थान में अभी कुआलालंपुर, बैंकॉक, दुबई, आबूधाबी, शारजाह और मस्कट से फ्लाइट्स आ रही है, लेकिन एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच नहीं की जा रही।
टीके नहीं लग रहे
कोविड पीक पर था तब वैक्सीनेशन के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई थीं, लेकिन अब लोग टीका लगवा ही नहीं रहे। स्वास्थ्य निदेशालय के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर (टीकाकरण) डॉ. रघुराज सिंह के मुताबिक वैक्सीनेशन की साइट्स 5 हजार से घटकर 1200-1300 रह गई है। उन्होंने बताया कि लोग वैक्सीनेशन कम करवाने आ रहे हैं, जिसके कारण साइट्स बंद करनी पड़ी है। वैक्सीन की अभी कोई कमी नहीं है।
हेल्थ डिपार्टमेंट नहीं कर रहा रैंडम सैंपलिंग
हेल्थ डिपार्टमेंट के IDSP सैल के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रवीण असवाल के मुताबिक राजस्थान में अभी हर रोज औसतन 3700 से 4000 टेस्टिंग हो रही है। ये टेस्टिंग उन लोगों की हो रही है, जिनकाे डॉक्टर जांच के लिए लिख रहे है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रैंडम सैंपलिंग अब नहीं की जा रही।
राजस्थान में अभी 52 एक्टिव मरीज
राजस्थान में पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखे तो 5114 सैंपल की जांच में 5 सैंपल पॉजिटिव निकले है। इन पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद राजस्थान में एक्टिव मरीजों की संख्या 52 हो गई है। जिलेवार स्थिति देखें तो सबसे ज्यादा 45 एक्टिव मरीज जयपुर में है, जबकि सिरोही, उदयपुर में 2-2 और भीलवाड़ा, दौसा, पाली में एक-एक एक्टिव मरीज है।
5 करोड़ 8 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन
मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर (टीकाकरण) डॉ. रघुराज सिंह ने बताया कि राजस्थान में अभी वैक्सीनेशन की स्थिति देखें तो 12 साल या उससे ज्यादा एजग्रुप के 5 करोड़ 8 लाख लोगों का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। ये संख्या कुल टारेगट (चिह्नित किए व्यक्तियों) किए गए लोगों का 84 फीसदी है।
कोविड की तैयारियों के लिए कल बैठक
इधर हेल्थ सेक्रेट्री डॉ. पृथ्वी ने कोविड मैनेजमेंट का रिव्यू करने और इसकी तैयारियों को जानने के लिए कल सुबह हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई है। इसमें राजस्थान में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, दवाईयों के स्टॉक संबंधि चीजों पर डिटेल जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने हर जिले में आने वाले पॉजिटिव केस की जिनोम सिक्वेंसिंग करवाने के लिए सैंपल भिजवाने के लिए कहा है।