परिवहन विभाग व रोडवेज तैयार करवा रहे डीपीआर: अगले पचास साल की जरूरत होगी पूरी, शहर के भीतर व रिंग रोड के पास सात स्थान चिन्हित, इनमें से चार स्थान किए जाएंगे तय
अगले 50 वर्ष की जरूरत के हिसाब से राजधानी में चार सैटेलाइट बस स्टैंड बनाए जाएंगे। इसके लिए शहर के भीतर व उप नगरीय इलाकों में ङ्क्षरग रोड के पास सात स्थान चिन्हित किए गए हैं। इनमें से चार स्थान अंतिम रूप से तय किए जाएंगे। परिवहन विभाग व रोडवेज इसकी डीपीआर तैयार करवा रहे हैं। यह काम रेलवे की एजेंसी राइट्स कर रही है। जानकारी के अनुसार अगले दो-तीन महीने में विस्तृत सर्वे के बाद डीपीआर तैयार हो जाएगी।
चारों बस स्टैंड को जोड़ा जाएगा सिंधी कैम्प से
राजधानी में चारों सैटेलाइट बस स्टैंड को सिंधी कैम्प बस स्टैंड से जोड़ा जाएगा। वहीं सिंधी कैम्प बस स्टैंड को इंटीग्रेटेड बस स्टैंड के रूप में विकसित किया जाएगा। इन सभी बस स्टैंड से रोडवेज के साथ-साथ निजी बसों को भी चलाने की योजना तैयार की जा रही है।
राजधानी में चारों सैटेलाइट बस स्टैंड को सिंधी कैम्प बस स्टैंड से जोड़ा जाएगा। वहीं सिंधी कैम्प बस स्टैंड को इंटीग्रेटेड बस स्टैंड के रूप में विकसित किया जाएगा। इन सभी बस स्टैंड से रोडवेज के साथ-साथ निजी बसों को भी चलाने की योजना तैयार की जा रही है।
दो चरणों में चिन्हित की चार जगह
सैटेलाइट बस स्टैंड के लिए दो फेज में चार अलग-अलग जगह चिन्हित की गई। दरअसल, पहले फेज में शहर के भीतर ही चार मुख्य सड़कों पर सैटेलाइट बस स्टैंड शुरू करने की योजना तैयार की गई। इसमें टोंक रोड पर बी-टू-बाइपास, आगरा रोड पर घाट की गुणी, अजमेर रोड पर हीरापुरा पर जगह चिन्हित की गई। इन जमीनों को रोडवेज से बस पोर्ट प्राधिकरण को सौंपने की तैयारी भी कर ली गई मगर रोडवेज कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए इस प्लान को रोका गया।
सैटेलाइट बस स्टैंड के लिए दो फेज में चार अलग-अलग जगह चिन्हित की गई। दरअसल, पहले फेज में शहर के भीतर ही चार मुख्य सड़कों पर सैटेलाइट बस स्टैंड शुरू करने की योजना तैयार की गई। इसमें टोंक रोड पर बी-टू-बाइपास, आगरा रोड पर घाट की गुणी, अजमेर रोड पर हीरापुरा पर जगह चिन्हित की गई। इन जमीनों को रोडवेज से बस पोर्ट प्राधिकरण को सौंपने की तैयारी भी कर ली गई मगर रोडवेज कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए इस प्लान को रोका गया।
वहीं दूसरे फेज में रिंग रोड से लगते हुए उप नगरीय इलाकों में स्थान चिन्हित किए गए। दरअसल, सैटेलाइट बस स्टैंड के साथ ही सैटेलाइट अस्पताल भी शुरू किए जाने की सरकार प्लानिंग कर रही है। इसे देखते हुए जेडीए ने रिंग रोड के आस-पास चार स्थान चिन्हित किए। अब इन सभी स्थानों व शहर की भविष्य की जरूरतों का आकलन राइट््स करवा रही है।
प्रथम फेज में चिन्हित
– टोंक रोड (बी टू बाइपास के पास): रोडवेज की भूमि
– आगरा रोड (घाट की गुणी टनल के पास): रोडवेज की भूमि
– अजमेर रोड पर हीरापुरा में वेस्टवे: प्राधिकरण की भूमि
– टोंक रोड (बी टू बाइपास के पास): रोडवेज की भूमि
– आगरा रोड (घाट की गुणी टनल के पास): रोडवेज की भूमि
– अजमेर रोड पर हीरापुरा में वेस्टवे: प्राधिकरण की भूमि
…और दूसरे फेज में चिन्हित की जेडीए की यह भूमि– आगरा रोड पर कानोता के पास
– दिल्ली रोड पर अचरोल के पास
– टोंक रोड पर शिवदासपुरा के पास
– अजमेर रोड पर बगरू के पास