पाली जिले में 4 से 10 जनवरी तक होने जा रही 18वीं राष्ट्रीय भारत स्काउट गाइड जंबूरी को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जंबूरी में देश-विदेश के 35 हजार स्काउट-गाइड भाग लेने आएंगे। खास बात यह है कि इस बार जबुंरी में 49 तरह की अलग-अलग एडवेंचर एक्टिविटी होंगी। कई एक्टिविटी ऐसी हैं जिन्हें पहली बार शामिल किया गया है। इन एडवेंचर एक्टिविटी के दौरान कोई स्काउट-गाइड चोटिल हो जाए तो उसे तुरंत उपचार देने के लिए जंबूरी स्थल पर ही 50 बेड का हॉस्पिटल, दो डिस्पेंसरी बनाई गई है। जहां 40 से ज्यादा डॉक्टर्स के साथ नर्सिग स्टॉफ हर समय तैयार रहेगा। जंबूरी स्थल पर कार्य करीब-करीब पूर्ण हो चुका है। चार जनवरी को इसके उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगी।
49 तरह की होगी एडवेंचर एक्टिविटी
जंबूरी में हाने वाली एडवेंचर एक्टिविटी में कैमल रायडिंग, हॉर्स रायडिंग, पैराग्लाइडिंग, हॉर्ट एयर बलूनिंग को पहली बार शामिल किया गया है। इसके साथ ही जंबुरी में राफ्टिंग, स्काई साइक्लिंग, बोटिंग, वॉटर एक्टिविटी, जीप लाइन, रोप क्लेबिंग, रोप, टायर टनल क्रॉसिंग, बम्बू वॉल क्लेबिंग, बैलेंस ऑन बॉर्ड, स्काई साईकलिंग, टायरेग द ऑब्जेक्ट, टचिंग पाइंट, फन विद ड्रम्स, शौकिया रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक्स, बैज स्वैपिंग, मंकी क्राइवलिंग, टॉयर वॉल, कृत्रिम चट्टान पर चढ़ना, बैलसिंग रोप, तिरंदाजी, रिंग थ्रो, स्लो वॉक, रोलिंग हूप्स, ड्राइंग एण्ड कार्टून मेकिंग, वोकेशनल हॉबी, स्काउट विलेज, सीढ़ियां पार करना, बिम बैलेसिंग, वर्टिकल रोप लेडर, कांटेदार तार को क्रॉस करना, निशानेबाजी, बोरी दौड़, बास्केट बॉल, किरेटिव डिजाइन, रात में चलना, गांव के लोगों से मिलना, कमांडो क्रॉसिंग, टायर जम्प, टायर पर लटकना, रसियन वॉल क्लेबिंग, रैपलिंग, एयर गन, चम्मच से खिलाना, फीडिंग बॉल, पतंगबाजी, राजस्थानी ड्रेस एंड सेल्फी पाइंट जैसे कई एक्टिविटी होगी।
जम्बूरी की खास बातें
- 220 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा जंबूरी स्थल
- देश विदेश से आने वाले 35 हजार स्काउट-गाइड लेंगे भाग
- 1400 गुणा 1000 फीट का बनाया गया है स्टेडियम
- 50 बेड का हॉस्पिटल भी बनाया है यहां
- रहने के लिए बनाए 3500 टेंट
- 1700 शौचालय और 1200 स्नानागार बनाएं
- 02 हेलिपेड बनाए गए हैं आयोजन स्थल पर
- 27 KM लंबी ग्रेवल सड़कें बनी
- 580 मीटर लंबी डामर सड़क मय डिवाइडर तैयार कर रहा रीको
- 06 लाख लीटर क्षमता की पेयजल टंकी बनवाई