सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक को लेकर अब राज्यपाल कलराज मिश्र ने तल्ख तेवर दिखाए हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पेवर लीक की घटलनाओं को रोकने के लिए तत्काल एक्शन प्लान बनाने को कहा है। राज्यपाल ने कहा कि पेपरलीक होना लाखों युवाओं से छल है।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि लोक सेवा के लिए कर्मचारियों का चयन पारदर्शी तरीके से किया जाना सरकार का संवैधानिक और नैतिक दायित्व है। राज्य सरकार स्तर पर इस बारे में तत्काल उचित एक्शन प्लान बनाकर उसका कठोरता से पालन करना होगा। राज्यपाल ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक होना परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ छल है। इससे लाखों युवाओं का भविष्य जुड़ा हुआ है।
पेपरलीक में शामिल कोचिंग और अपराधियों के खिलाफ एक्शन हो
राज्यपाल ने पेपर लीक करने में शामिल कोचिंग सेंटर्स, संगठित अपराधियों और भर्ती संस्थानों के पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। राज्यपाल ने गहलोत को पेपर लीक प्रकरण और कोटा में कोचिंग संस्थाओं में छात्र-छत्राओं की बढ़ती आत्महत्या प्रकरणों में तत्कल कार्रवाई करने के लिए अलग से लेटर लिखे हैं।
कोटा में कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या पर चिंता जताई
राज्यपाल ने कोटा में कोचिंग संस्थानों में लगातार छात्र-छात्राओं की आत्महत्या के मामलों पर चिंता जताते हुए राज्य सरकार के स्तर पर एक्शन प्लान बनाने को कहा। राज्यपाल ने कोचिंग संस्थाओं के प्रभावी नियंत्रण, फीस तय करने, स्टूडेंट में तनाव और दबाव रहित टीचिंग, साप्ताहिक अवकाश, उचित स्वास्थ्य देखभाल, योग और खेल के जरिए टेंशन मैनेजमेंट जैसे मुद्दों को शामिल करते हुए कुछ किए जाने के सुझाव दिए। राज्यपाल ने स्किल यूनिवर्सिटी एक्ट में संशोधन किए जाने पर भी चर्चा की।
सीएम की राज्यपाल से मुलाकात के बाद 23 जनवरी से बजट सत्र बुलाने की मंजूरी
विधानसभा का बजट सत्र 23 जनवरी से होगा। राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने की मंजूरी दे दी है। कल ही विधानसभा के पिछले बजट सत्र का सत्रावसान किया गया था। सत्रावसान के अगले ही दिन बजट सत्र बुलाने की फिर मंजूरी दे दी है। शाम को ही सीएम अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी। सीएम के मुलाकात के कुछ समय बाद ही राज्यपाल ने विधानसभा सत्र को मंजूरी दी। 23 जनवरी को विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इस बार राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का समय कम किया जा सकता है