01/12/2023
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सीनियर टीचर पेपर लीक के मास्टरमाइंड की गर्लफ्रेंड-पत्नी गिरफ्तार: जयपुर में दो घरों से चल रहा था यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री-मार्कशीट बेचने का कारोबार

उदयपुर में सीनियर टीचर भर्ती के पेपर लीक मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को पुलिस ने इस पूरे गिरोह के मास्टरमाइंड माने जाने वाले भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को पकड़ा है। दोनों से ही बड़ी मात्रा में अलग-अलग यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां मिली हैं।

जानकारी के अनुसार इस मामले में दोनों ही फरार मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और भूपेन्द्र सारण की गिरफ्तारी करने के लिए उदयपुर और जयपुर पुलिस की एक जाॅइंट टीम का गठन किया गया है। इसमें एसपी और एडिशनल एसपी स्तर के सीनियर अधिकारी शामिल हैं। वहीं, बस से पकड़ी गई महिला स्टूडेंट्स से पूछताछ में सामने आया कि वे पेपर लीक के आरोपियों को नहीं जनती थीं। उन्हें पेपर के बारे में रिश्तेदारों (चाचा, ताऊ और अंकल) ने बताया था।

जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया- मानसरोवर में 37 गीतांजली कॉलोनी में दबिश देकर भूपेंद्र सारण की प्रेमिका प्रियंका विश्नोई को गिरफ्तार किया है। यहां भी नकल से संबंधित विभिन्न यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्रियां व मार्कशीट का कारोबार चल रहा था। प्रियंका विश्नोई के पास 9 मार्कशीट श्रीनगर की इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड वोकेशनल ट्रेनिंग की मिलीं। जो बडगांव (जम्मू-कश्मीर) में है। 3 मार्कशीट हिमालय यूनिवर्सिटी की मिलीं। जो ईटानगर अरूणाचल प्रदेश में है।

श्रीवास्तव के मुताबिक 8 मार्कशीट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग की मिली हैं। जो नागपुर में है। 12 मार्कशीट ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चूरू की फर्जी मिली हैं। प्रियंका विश्नोई से पूछताछ के दौरान बताया- यह डिग्रियां और फर्जी मार्कशीट प्रेमी भूपेन्द्र सारण और उसके भाई गोपाल विश्नोई ने तैयार की हैं। प्रियंका ने स्वीकार किया कि भूपेन्द्र के कहने पर उसने इन्हें अपने पास रखा और भूपेन्द्र के बताए अनुसार ही इसे लोगों को पैसा लेकर बेचती थी। इस पर पुलिस ने प्रियंका को गिरफ्तार किया।

अब पुलिस प्रियंका के कॉल डिटेल्स के आधार पर भूपेंद्र तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। भूपेंद्र शादीशुदा है। पेपर लीक प्रकरण में भी प्रियंका के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही पुलिस को प्रियंका की गिरफ्तारी के बाद और अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।

वहीं, जयपुर के 200 फीट बाइपास स्थित घर से पत्नी एलची को पकड़ा है। जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया- भूपेन्द्र सारण के घर की जानकारी मिलने पर दो टीमों का गठन किया गया। एक टीम ने करणी विहार और दूसरी टीम ने मानसरोवर थाना इलाके में भूपेन्द्र सारण के घर पर सर्च किया। इस दौरान पुलिस ने दोनों ही घरों से बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट और डिग्री बरामद की।

रजनी विहार हीरापुरा मकान में सर्च के दौरान कई राज्यों के यूनिवर्सिटी की जारी मार्कशीट और फर्जी डिग्रियां मिलीं। इनमें ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चूरू की दो मार्कशीट, सरदार पटेल विश्वविद्यालय बालाघाट (म.प्र.) के नाम से जारी दो मार्कशीट, जेएस यूनिर्वसिटी फिरोजाबाद यूपी की कुल 18 मार्कशीट मिली हैं। मकान में मौजूद लोगों ने बताया कि यह मार्कशीट और डिग्रियां भूपेंद्र सारण के साथ मिलकर तैयार करते हैं। भूपेंद्र के कहने पर रुपए लेकर लोगों को बेच दिया करते थे। इस पर पुलिस ने करणी विहार से पांच लोगों को गिरफ्तार किया।

पहले भी पेपर सॉल्व करवाने आई थी बस
उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि दो दिन पहले सामने आए बस के सीसीटीवी फुटेज को लेकर प्राथमिक रूप से यही माना जा रहा है कि यह बस पहले एक बैच को पेपर सॉल्व कराने के लिए आई थी। हालांकि इसकी पुष्टि करने के लिए गहनता से जांच जारी है।

सुरेश विश्नोई बोला- भूपेन्द्र वाॅट्सऐप पर भेजता था पेपर
पुलिस रिमांड पर चल रहे पेपर लीक के आरोपी सुरेश विश्नाई ने पुलिस पूछताछ में बताया- उसका साथी भूपेंद्र सारण ही उसे एग्जाम से पहले वॉट्सऐप पर पेपर भेजता था। इससे पहले भी लीक हुए पेपर भूपेंद्र ने ही उसे पहुंचाए थे। हालांकि सुरेश यह नहीं बता पाया कि भूपेंद्र के पास पेपर कहां से आया था। किसने उसे भेजा था। पूछताछ के बाद उदयपुर और जयपुर पुलिस की टीमों ने भूपेन्द्र की गिरफ्तारी के लिए अब जयपुर, जालोर, जोधपुर में दबिश देना शुरू कर दिया है।

रेलवे में नौकरी करता था, जीएनएम और कॉन्स्टेबल पेपर लीक में भी भूपेंद्र शामिल
भूपेंद्र सारण जयपुर में रेलवे की नौकरी कर रहा था, 2011 में सबसे पहले जीएनएम भर्ती पेपर आउट होने पर पहली बार नाम सामने आया था। इसके बाद रेलवे से इसे निलंबित कर दिया गया था। लंबे समय से फरार चलने के बाद इसको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल से बाहर आने के बाद साल 2022 में हुई पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक में शामिल था। इसके बाद से फरार चल रहा था। भूपेंद्र का जयपुर में 200 फीट रोड बाइपास के पास 4 मंजिला आलीशान घर भी है।

भूपेन्द्र की गिरफ्तारी कर सकती है बड़े खुलासे
पुलिस के आला अधिकारी का मानना है कि गिरफ्तार स्कूल हैड मास्टर सुरेश विश्नोई को एग्जाम से पहले पेपर पहुंचाने वाले भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे हो सकते हैं। पुलिस इसमें कई प्रभावशाली और बड़े ओहदे वाले लोगों के शामिल होने की संभावना जता रही है। पुलिस इस मामले में कड़ी से कड़ी जोड़कर कार्रवाई को अंजाम दे रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही फरार चल रहे भूपेन्द्र और सुरेश डाका को गिरफ्तार कर लेंगे।

पकड़े गए अभ्यर्थी बोले- चाचा, अंकल, दोस्त से मिली पेपर की जानकारी
पुलिस उपाधीक्षक चेतना भाटी ने बताया कि सेकेंड ग्रेड भर्ती एग्जाम में गिरफ्तार हुई सभी महिला अभ्यर्थियों से पूछताछ जारी है। इसमें ज्यादातर अभ्यर्थियों ने बताया- वे सीधे तौर पर सुरेश विश्नोई के सम्पर्क में नहीं थीं। किसी के चाचा, अंकल या ताऊजी के जरिए पता लगा। किसी को उनके परिचित या दोस्त ने एग्जाम से पहले पेपर दिलाने के बारे में बताया था। हालांकि पुलिस ने मंगलवार को इन सभी महिला अभ्यर्थियों की पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट के समक्ष पेश किया। जहां से उनकी रिमांड को दो दिन अधिक बढ़ा दिया गया है।

अभ्यर्थियों के भी कॉल डिटेल्स खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने बताया- पकड़े गए सभी अभ्यर्थियों की कॉल डिटेल्स भी खंगाली जा रही है। किसने अभ्यर्थी ने पेपर के लिए कब, किससे बात की। इसका पता लगाया जा रहा है। इस आधार पर मुख्य आरोपियों तक पहुंचा जा सकता है।

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