-सीएम गहलोत ने कहा, क्या भाजपा मध्यप्रदेश में पेपर लीक की जांच सीबीआई से करवाएगी?
राजस्थान में एक के बाद एक हुए पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर विपक्ष गहलोत सरकार पर हमलावर है। विधानसभा से लेकर सड़क तक विपक्ष लगातार पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रही है। वहीं सीबीआई जांच की मांग कर रहे विपक्ष पर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पलटवार किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा शासित राज्यों में हुए पेपर लीक मामलों को लेकर बीजेपी पर सवाल खड़े किए हैं।
सीएम गहलोत ने आज सुबह ट्वीट करते हुए लिखा के मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संविदा स्टाफ नर्स की भर्ती की परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई है। बीते दिनों में गुजरात, जम्मू कश्मीर और अन्य राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं हुई हैं जो सभी के लिए चिंता का विषय है। पेपर लीक की देशव्यापी समस्या का समाधान निकालने की आवश्यकता है, क्या भाजपा मध्यप्रदेश में पेपर लीक की सीबीआई से जांच करवाएगी।
सीबीआई जांच की मांग सिरे से खारिज की थी गहलोत सरकार ने
इससे पहले विपक्ष की ओर से पेपर लीक मामले को लेकर सदन और सदन के बाहर चर्चा के दौरान सीबीआई जांच की मांग के दौरान भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और और पार्टी के तमाम नेताओं ने बीजेपी की सीबीआई जांच की मांग को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि राजस्थान की जांच एजेंसी पेपर लीक मामले की जांच करने में सक्षम है ,पहले भी कई बड़े मामलों का खुलासा राज्य की जांच एजेंसियों ने किया है।
सीबीआई जांच की मांग को लेकर किरोड़ी ने दिया था 12 दिन धरना
इससे पहले पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित टनल के पास लगातार 12 दिन तक धरना दिया था। विपक्षी नेताओं ने भी राज्यपाल के अभिभाषण और उसके बाद भी पेपर लीक मामले को लेकर गहलोत सरकार को जमके घेरा था। विपक्ष का आरोप था कि गहलोत सरकार ने छोटे-छोटे लोगों पर तो कार्रवाई कर दी लेकिन पेपर लीक मामले के बड़े आरोपियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जब तक इस मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौंपी जाती है तब तक बड़े चेहरों पर से पर्दा नहीं उठेगा।