BJP में कार्यकर्ताओं के बीच चल रही आपसी खींचतान हाथापाई तक पहुंच गई है। BJP के जयपुर शहर उपाध्यक्ष पर कार्यकर्ता ने पैसे देकर पद देने का आरोप लगाया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट हुई। दोनों ने एक-दूसरे को जमकर गालियां दीं। मामला जयपुर में BJP प्रदेश कार्यालय का है।
दरअसल, शनिवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय पर इकट्ठा हुए थे। इस दौरान बीजेपी शहर उपाध्यक्ष अजय पारीक की बीजेपी कार्यकर्ता विजय बालानी से पैसे लेकर पद देने के आरोप पर बहस हो गई।
पारीक ने बालानी को गाली देते हुए उनकी तरफ डस्टबिन फेंककर मारने की कोशिश की। वहां माैजूद शहर महामंत्री कुलवंत सिंह ने मामला शांत करवाने की कोशिश की, लेकिन बालानी ने उन पर भी रुपए देकर रुपए लेकर पद नहीं देने का आरोप लगाया। इस दौरान वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने बमुश्किल मामला शांत करवाया।
शहर महामंत्री उपाध्यक्ष ने पैसे लेकर भी नहीं दिया पद
बीजेपी कार्यकर्ता विजय बालानी ने कहा कि मैं लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहा हूं। साल 2020 में जब राघव शर्मा अध्यक्ष बने, तब से मैं लगातार सक्रिय तौर पर शहर में काम कर रहा था। जब शहर कार्यकारिणी का विस्तार किया गया तो मुझे शामिल नहीं किया गया।
बालानी ने आरोप लगाया कि शहर महामंत्री कुलवंत सिंह और उपाध्यक्ष अजय पारीक ने कई बार पार्टी का हवाला देकर मुझसे पैसों की डिमांड की। यहां तक की हर दिन गुटखा और शराब के लिए भी मुझसे ही कहने लगे। मैं भी लगातार उन पर खर्चा करता रहा।
जब पद देने की बात आई, तब दोनों ने मेरा नाम ही कटवा दिया। वहीं जब शनिवार को मैं पार्टी मुख्यालय पहुंचा तो अजय पारीक मुझे गालियां देने लगे और मुझे मारने की भी कोशिश की। बचाव में मैंने भी पलटवार किया था। अब इस पूरे मामले को लेकर मैं पार्टी आलाकमान से दोनों पदाधिकारियों की शिकायत करूंगा।
पारीक की तबीयत खराब
मामले पर जब हमने शहर उपाध्यक्ष अजय पारीक से बात करनी चाही तो उनका फोन बेटे ने उठाया। उन्होंने बताया कि पापा की तबीयत खराब है। वह फिलहाल बात करने की स्थिति में नहीं है।
सिंह बोले- मेरे खिलाफ साजिश रच रहे
शहर महामंत्री कुलवंत सिंह ने कहा कि मुझ पर और अजय पारीक पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। मेरी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से कुछ लोग मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। लेकिन मैं झूठी साजिश से डरने वाला नहीं हूं। विजय बालानी इससे पहले भी इस तरह आरोप लगाकर पलट चुका है। उस व्यक्ति की बात का कोई आधार नहीं।
शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि मेरे पास भी इस मामले की शिकायत आई है। ऐसे में दोनों पदाधिकारियों और कार्यकर्ता से बातचीत के बाद ही इस मामले पर कोई फैसला लूंगा। पार्टी किसी एक व्यक्ति विशेष की नहीं है। सभी कार्यकर्ताओं की है। इसलिए सभी कार्यकर्ताओं को सभी जगह आने की स्वतंत्रता है।
कार्यालय मंत्री महेश शर्मा का कहना था कि पार्टी मुख्यालय के अंदर किसी तरह का कोई झगड़ा या विवाद नहीं हुआ है। हालांकि कुछ कार्यकर्ताओं की बहस मुख्यालय के बाहर हुई थी। ऐसी बात मेरी जानकारी में भी आई है। इसको लेकर अब तक कोई शिकायत या विवाद मुझ तक नहीं पहुंचा है।
5 दिन पहले भी अलवर में महिला नेताओं के बीच हुई थी हाथापाई
13 दिसंबर को अलवर में भाजपा की जनाक्रोश यात्रा में नेताओं के बीच चल रही खींचतान सामने आ गई थी। यहां यात्रा के दौरान दो महिला नेताओंं के बीच जमकर मारपीट हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे पर थप्पड़ भी बरसाए। मामला इतना बढ़ गया कि वहां मौजूद लोगों का बीच बचाव करना पड़ा था।
इधर, इस यात्रा से पहले हुई बैठक में भी दो भाजपा नेताओं के बीच बहस हो गई थी। बहस इतनी बढ़ गई कि मंडल अध्यक्ष ने दूसरे नेता को धमकाया कि यहां से जाओ नहीं तो उठाकर गाड़ी में पटक दूंगा। ये पूरा मामला अलवर के थानागाजी का था।