पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज दौसा में अपने पिता राजेश पायलट की 23वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं. इस दौरान उनके भविष्य को लेकर लगाई जा रही तमाम तरह की अटकलों पर भी विराम लग सकता है, यहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं. पायलट ने दौसा के भंडाना में अपने पिता को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
कार्यक्रम में कई मंत्री और विधायक पहुंचे हैं. इस कार्यक्रम में हेमाराम चौधरी, बिजेंद्र ओला, सुरेश मोदी, इंद्राज गुर्जर, राकेश पारीक, रामनिवास गवाड़िया. मंत्री परसादी लाल मीणा, मुरारी लाल मीणा और विधायक जीआर खटाणा सहित कई कांग्रेसी नेता भंडाना पहुंचे हैं. सचिन पायलट की इस सभा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं. पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर वो जनता को संबोधित भी कर रहे हैं.
पिता की कमी का अहसास नहीं होने दिया: पायलट
पायलट ने अपने पिता को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी. उन्होंने 23 साल पहले पिता के साथ रोड पर हुए हादसे का ज्रिक किया. पायलट ने कहा कि मुझे संतोष है कि मुझे और मेरे परिवार को अहसास नहीं होने दिया ही स्वर्गीय पायलट साहब हमारे साथ नहीं है. हमने बहुत कुछ देखा. एक बात में जो 23 साल पहले खुद को कही थी. उस पर मैं पहले भी अमर था और अब भी हूं. पायलट साहब ने सेना में सेवा की और राजनीति में भी उन्होंने अपनी बात को मजबूत से रखी. वह विपरीत परिस्थितियों में भी समझौता ना करना ये मुझे मेरे पिता ने सिखाया.
मैंने कभी शर्तों से समझौता नहीं किया
पायलट ने कहा मैंने हमेशा नौजवानों के हितों की बात की है. मैं कभी अपनी शर्तों पर समझौता नहीं किया. पायलट ने कहा आज मैं कोई राजनीति की बात नहीं करने आया हूं. मैं आवाज उठाने के बाद कभी पीछे नहीं हटा और ना ही कभी हटूंगा. पायलट ने कहा आप लोगों का विश्वास में कभी कमी नहीं होने दूंगा.
नीली छतरी वाला न्याय जरूर करेगा
पायलट ने निशाना साधते हुए कहा कि आपने खान तो आवंटित की थी. वह पकड़ी गई तो रद्द करनी पड़ी. पायलट ने अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि किसी ने इस बात को बहुत बखूबी कहा है कि – हर गलती सजा मांगती है’ और हम आपस में कैसे भी संबंध रखे लेकिन आज नहीं तो कल वो नीली छतरी वाला जरूर न्याय करेगा’ युवाओं को न्याय दिलाना और संघर्ष करने का वादा पहले भी था और आगे भी रहेगा.