वेतन विसंगति से परेशान जेल कर्मियों से देर रात मुख्यमंत्री ने संवाद कर अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया। आज से जेल प्रहरी मैस में भोजन खाना शुरू करेंगे। सीएम ने जेल प्रहरियों के प्रतिनिधि मंडल को जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार करने के लिए आश्वास दिया हैं। साथ ही सीएम ने कहा है कि वह बजट के दौरान अगले माह जेल कर्मियों को जरूर खुश कर देंगे। इन सकारात्मक बातचीत के बाद सात दिन से चल रही भूख हड़ताल समाप्त हो गई हैं।
अपनी मांगों को लेकर जेलकर्मियों ने 13 जनवरी से राजस्थान की 125 से भी ज्यादा जेलों में मैस का बहिष्कार कर दिया था। ये लोग साल 1999 से चली आ रही वेतन विसंगति का अंत चाह रहे हैं। कार्मिकों ने कहा कि पुलिस के समान वेतन मान की मांग कर रहे हैं सालों से, लेकिन अभी तक इस पर सहमति नहीं बनी है। अब सरकार से उम्मीद है। 13 जनवरी से मैस का बहिष्कार करने और अन्य त्याग करने के बाद करीब चार सौ जेल प्रहरियों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। लेकिन अब देर रात यह हड़ताल खत्म हो गई है। उम्मीद है कि सरकार इस अंतिम बजट में उनके लिए घोषणा करेगी। जिससे उनकी सालों से चली आ रही मांग पूरी हो सकेगी और उन्हे भी राजस्थान पुलिस और आरएसी के समान वेतन और अन्य भत्ते मिल सकेंगे।