अंता कस्बे के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रविवार को तृतीय श्रेणी अध्यापक अंकुर प्रधान (40) पुत्र मदन मोहन ब्राह्मण ने घर पर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। परिजनों की सूचना पर पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर फंदे से लटक रहे शव को नीचे उतारा तथा पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
अंकुर के बड़े भाई जनार्दन प्रधान ने बताया कि अंकुर जोधपुर में टीचर है। कुछ दिनों पहले ही वो अंता आया था तथा अपने ससुराल चला गया था। उन्होंने बताया कि शनिवार को अंकुर अपने ससुराल दही नैनवा से अंता आया था। जनार्दन ने बताया कि अंकुर रविवार को दोपहर में खाना खाकर अपने कमरे में चला गया। इसके कमरे में पानी की रॉड रखी थी। कुछ घंटे बाद कमरे से पानी की रॉड निकालने के लिए गए, तो कुंडी लगी हुई थी। दरवाजा खटखटाया, तो दरवाजा नहीं खोलने पर कमरे के पीछे जाकर देखा, तो वह पंखे से फंदा लगाकर लटका हुआ था। इसकी सूचना अंता पुलिस को दी गई।
पत्नी की मृत्यु से था डिप्रेशन में
मृतक अंकुर प्रधान के भाई ने बताया कि इसकी पत्नी अंतिमा बीमार थी और उसका कोटा व जयपुर में इलाज करवाया गया। 11 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी। तभी से अंकुर डिप्रेशन में चल रहा है। इसके 4 महीने का बेटा भी है, जिसको ससुराल में ही छोड़कर आया था। घर आकर अंकुर ने आत्महत्या कर ली।