मृतकों का आंकड़ा 8,000 के करीब पहुंच गया है
तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप ने कहर बरपाया है. भूकंप के चलते कंपन इतनी तेज थी कि हजारों इमारतें माचिस की डिबिया की तरह भरभराकर गिर गईं. WHO के मुताबिक, भूकंप प्रभावितों की संख्या 2 करोड़ 30 लाख तक हो सकती है. यहां 11 हजार 342 इमारतों को नुकसान पहुंचा है.
इस भूकंप से नुकसान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मृतकों का आंकड़ा 8,000 के करीब पहुंच गया है. जानकारी के मुताबिक, तुर्की में कम से कम 5,894 लोग मारे गए और 34,810 लोग घायल हुए हैं. जबकि,सीरिया में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,932 हो गई है और 3,849 से ज्यादा जख्मी हैं.
माचिस की डिबिया की तरह गिरी इमारतें
भूकंप से तुर्की में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. कई ऊंची-ऊंची इमारतें पलक झपकते ही जमींदोज हो गई. चारों और मलबा ही मलबा नजर आ रहा है. सोशल मीडिया कई इमारतों के गिरने का वीडियो वायरल हुआ है. ये वीडियो अलेप्पो, उर्फा, मलात्या सहित तुर्की-सीरिया सीमा के इलाकों की है. इन वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह से बहुमंजिला इमारतें गिर रही हैं. चारों ओर चीख-पुकार मची है. लोग ऊपर वाले से रहम की भीख मांग रहे हैं. लेकिन कुदरत के सामने सारी दुआएं बेअसर साबित हो रही है.
तुर्की और सीरिया में मलबों में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है. जानकारी के मुताबिक, तुर्की में 8 हजार लोगों को बचा लिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 24 हजार से ज्यादा बचावकर्मी तैनात किए हैं. तुर्किये में लगभग 3 लाख 80 हजार लोगों ने सरकारी शेल्टर और होटलों में शरण ली है. भारत ने भी तुर्की को मदद भेजी है. इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है और राहत-बचाव में जुटे हैं.