कटारिया ने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि एसपी को मैने एक घंटे बाद कॉल किया तो वे यह कहते हैं कि अभी पता चला है जबकि मुझे घटना के पांच मिनट बाद ही पता चल गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब टेलर ने पुलिस से सुरक्षा मांगी तो पुलिस ने इतनी गंभीर लापरवाही इस मामले में क्यों की। आरोपी वीडियो वायरल कर रहे हैं, यह कितना खतरनाक है और भरे बाजार में कानून व्यवस्था को धता बताकर खुलेआम हत्या कर भाग निकले। राजस्थान में ये पांचवां मर्डर हुआ है। भीलवाड़ा में तो आरोपी ही बदल दिया। लगता है कि एक तरह से इन लोगों को राज्य सरकार का प्रोटक्टशन है। इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ उनको अच्छी सहायता सरकार को देनी चाहिए। मुख्यमंत्री गहलोत से मेरी कई बार बातचीत हुई। इस संबंध में कलक्टर व एसपी से भी बातचीत की।
इधर, सासंद अर्जुनलाल मीणा, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. अलका मूंदड़ा, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, माकपा जिला सचिव राजेश सिंघवी आदि ने भी घटना की निंदा की है।
जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा ने आदेश जारी कर 10 थाना क्षेत्रों के साथ-साथ समस्त उपखंड क्षेत्रों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। कार्यपालक मजिस्ट्रेट्स को निर्देश दिए हैं कि वे तत्काल संबंधित पुलिस अधिकारियों से समन्वय कर अपने-अपने क्षेत्र में निरंतर भ्रमण कर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें।
