राजस्थान के करौली शहर में शनिवार को हिंदूवादी संगठनों की बाइक रैली पर पथराव के बाद हुए उपद्रव के कारण रविवार सुबह से सन्नाटा पसरा हुआ है। कर्फ्यू के कारण लोग घरों में ही दुबके हैं। चारों ओर पुलिस ही पुलिस नजर आ रही है। दो समुदायों में हुए तनाव का असर लोगों की जिंदगी पर साफ नजर आ रहा है। शहर में 4 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है।
प्रशासन ने कैला देवी के दर्शनों काे आने वाले श्रद्धालुओं पर कोई रोक नहीं लगाई है। उनकी सुरक्षा के लिए फोर्स तैनात किया गया है। इधर, दिन में पत्थरबाजी के बाद देर रात प्रशासन और दोनों समुदाय के लोग शांति के लिए प्रयास करते रहे।नवसंवत्सर पर जिला मुख्यालय पर शनिवार को निकाली जा रही रैली में शामिल लोगों पर पथराव के बाद तनाव पैदा हो गया। आक्रोशित लोगों ने दर्जनों वाहनों में तोडफ़ोड़ कर 6 दुकानों को आग लगा दी। जिला प्रशासन ने तनाव की स्थिति को देखते हुए करौली शहर में 4 अप्रेल तक कर्फ्यू और 3 अप्रेल मध्य रात तक इंटरनेट बंद कर दिया है। हटवारा बाजार में दर्जनों मोटरसाइकिलों और वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी गई। इस दौरान फूटाकोट क्षेत्र में आधा दर्जन दुकानों में आग लगा दी गई। घटना की सूचना शहर में आग की तरफ फली और लोग भयभीत हो उठे। तुरत-फुरत में शहर के सभी बाजारों की दुकानें बंद हो गईं और लोग घरों में चले गए।
घटना की सूचना पर जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह इंदौलिया पुलिस जाप्ते के साथ फूटाकोट, हटवारा बाजार क्षेत्र में पहुंचे और स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया, लेकिन शहर के अन्य कई स्थानों से भी आगजनी और तोडफ़ोड़ की घटनाओं ने तनाव को बढ़ा दिया। देर शाम को शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। इधर, जिला पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह इंदौलिया का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस जाप्ता सहित मौके पर पहुंचे। शहर में पुलिस जाप्ता शहर में लगातार गश्त कर रहा है और स्थिति को नियंत्रण में करने के प्रयास किए जा रहे हैं।