करौली में हुई घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेरने का काम कर रहा है। सोमवार को अजमेर जिले के बिजयनगर शहर में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री को अशांति फैलाने का जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही उन्होंने धारा 144 लगाने पर तुष्टीकरण करने का भी आरोप लगाया।
अजमेर जिले के मसूदा विधानसभा क्षेत्र के बिजयनगर शहर में सोमवार को निजी कार्यक्रम में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर बयान देते हुए कहा कि राजस्थान में अशांति फैलाने का जिम्मेदार प्रदेश के मुख्यमंत्री व उनकी नीतियां है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के त्यौहार आने पर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में मुख्यमंत्री की ओर से धारा 144 लगाई गई है। लेकिन रमजान में उनकी ओर से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति देने के आदेश जारी किए गए और हिंदुओं के त्यौहार पर 144 लगा दी गई। जिससे वह त्यौहार नहीं मना सके। उन्होंने कहा कि ना हम महावीर जयंती मना पाएंगे और ना ही हम अंबेडकर जयंती मना पाएंगे और जितने भी त्यौहार आएंगे वह सब धारा 144 में जाएंगे। लेकिन मुसलमानों के त्यौहार आने पर तैयारी के लिए मुख्यमंत्री उनका माला पहनाने को तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसलिए ही राजस्थान में अशांति फैलाने का कारण जो बन रहे हैं वह राजस्थान के मुख्यमंत्री खुद है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत में करौली में हुई घटना पर कहां की मुख्यमंत्री करौली के घटना पर जिम्मेदारी लेकर कार्रवाई करने की कहते तो बहुत अच्छा होता। लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि नारे गलत लगाए, इसलिए पत्थर बरसा दिए। उन्होंने कहा कि जिससे साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री तुष्टीकरण की पराकाष्ठा की ओर जा रहे हैं। जिसके कारण अशांति हो रही है।