बारां पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
राजस्थान के बारां जिले के एक दिवसीय दौरे आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अंता मे बारिश से तबाह हुई फसलों का जायजा लिया. इस मोके पर पूनिया ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा में राज रूठ जाए तो समस्या होती है, यहां तो राम भी रूठा तो राज भी रूठा है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार का नुमाइन्दा आता और इसका आंकलन करता है, लेकिन उनको किस्सा कुर्सी का से ही फिक्र नहीं है. उसी में ही लगे हुए है तो किसानों के आंसू कैसे पोछेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार ने 60 लाख किसानो के कर्जे माफी का वादा किया था पर आज समय है अभी भी चेतने का राजस्थान के मुखिया किसानों की सुने. इससे पर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया का जिले के प्रवेश द्वार पलायथा मे भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा फूल मालाओं से स्वागत सत्कार किया गया |
पूनिया का गहलोत पर बड़ा हमला, तुष्टीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं सीएम
धर्मादा धर्मशाला में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया पर जमकर कटाक्ष किया और कांग्रेस सरकार को भ्रष्ट सरकार बताया. इतना ही नहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा की जोधुपर में तन सिर से जुदा के नारे लगे हैं अशोक गहलोत का यह गृह जिला है यहीं पर नारे लगे हैं इस नारे के प्रेरक खुद सीएम है. क्योंकि गहलोत तुष्टीकरण के जरिए ऐसे तत्वों को सरक्षण देते हैं.
सतीश पूनिया से सीएम फेस पर पूछे गए सवाल पर कहा कि राजनीति में चर्चाएं होती हैं. बीजेपी वर्तमान में मिशन 2023 के लिए एकजुट होकर तैयारी में जुटी हुई है. नेता कौन होगा, यह काम पार्टी तय करेगी. संसदीय दल जिसका नाम तय करेगा उसे पार्टी के सभी कार्यकर्ता स्वीकार करेंगे.
भाजपा में नहीं कांग्रेस में गुटबाजी- पूनिया
गुटबाजी के सवाल पर भाजपा ने प्रदेशाध्यक्ष ने कहा की गुटबाजी कांग्रेस में है भाजपा में नहीं है यह आप लोग खुद देख रहें हैं. बारां जिला परिषद में क्रोस वोटिंग को लेकर उन्होंने कहा कि जिसने क्रोस वोटिंग की है उनपर जल्द ही फैसला लिया जाएगा और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. कार्यक्रम में विधायक मदन दिलावर, पुर्व विधायक हेमराज मीणा ओर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष आनंद गर्ग ने मंच को संबोधित किया.
सतीश पूनिया का मिशन हाडौती क्या है
सतीश पूनिया पिछले कुछ समय से लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने पोखरण से रामदेवरा अकेले 11 किलोमीटर की यात्रा भी निकाली। पहले गृहमंत्री अमित शाह और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान में दौरे करवाए। पिछले 4 दिन से पूनिया पश्चिमी राजस्थान के हाड़ौती पर फोकस किए हुए हैं। यहां उन्होंने कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ जिलों में कार्यक्रम किए।
पूनिया की सभाओं में भी भीड़ नजर आई। पूनिया सांवलियाजी सेठ मंदिर गए तो किसान सम्मेलन में भी भाग लिया। जाट समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए तो वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में भी पहुंचे। इस दौरान भाजपा के कार्यक्रमों में भी शामिल हुए।
मायने और मैसेज क्या?
पूनिया लगातार यह बताते रहे हैं कि राजस्थान में विपक्ष की भूमिका में उनके नेतृत्व में बीजेपी ने अच्छा काम किया है। उन्होंने सरकार के खिलाफ आंदोलन किए और सरकार को घेरने के मौके नहीं छोड़े। पूनिया सीधे तौर पर ये बताना चाहते हैं कि उनकी संगठन पर मजबूत पकड़ है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान में बीजेपी कमजोर है। ऐसे में पूनिया वहां बीजेपी को मजबूत करने में जुटे हैं। पहले अकेले सभा और फिर लगातार शक्ति प्रदर्शन से पूनिया ने खुद को फ्रंट लाइन में खड़ा किया हुआ है।