जिले के देवरी में अवैध विस्फोटक में विस्फोट के बाद पुलिस ने मुरारीलाल के घर से जिलेटिन की छड़ें, डेटोनेटर, बंदूक, दो देसी कट्टे, जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस आरोपी मुरारीलाल के लंबे समय से विस्फाेटक के अवैध कारोबार में लिप्त होने से इंकार करती रही, जबकि उसके खिलाफ समीप के गांव के दाे भाइयाें ने पुलिस के उच्चाधिकारियाें से लेकर शाहाबाद डीएसपी तक को शिकायत दी थी, लेकिन मामले में कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने शिकायतकर्ताओं को ही आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया। एक मामले में तो कोर्ट के आदेश पर कस्बाथाना थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई। इसमें साफ तौर पर मुरारीलाल के जिलेटिन व डेटोनेटर का अवैध कारोबार करने की जानकारी दी गई थी। हैरत की बात है कि पुलिस ने कार्रवाई तो दूर, इस मामले में एफआर ही लगा दी। देवरी के घर में विस्फोट से एक दिन पहले भी पुलिस को मामले में परिवाद दिया था। इसमें भी कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने परिवादी के भाई को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब मामला सामने आने पर एसपी कल्याणमल मीणा ने रिपोर्ट तलब करते हुए बारां एएसपी से मामले की जांच कराने की बात कही है।
परिवादी पुलिस काे शिकायत करता ताे पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर लेती
परिवादी मोहनसिंह ने बताया कि मुरारीलाल विस्फोटक सामग्री का धंधा करता था। शिकायत कस्बाथाना थाना, शाहाबाद डीएसपी व एसपी से लेकर आईजी तक की गई। 181 पर भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के बजाय पुलिस ने उसे ही कई बार शांतिभंग में गिरफ्तार किया। घटना से एक दिन पहले भी शिकायत करने पर 17 अप्रैल को उसे शांतिभंग में गिरफ्तार किया था।