बारां शहर में कड़ाके की सर्दी के बीच गुरुवार रात जिला कलेक्टर नरेंद्र गुप्ता, जिला न्यायाधीश अजीत कुमार हिंगर और डालसा सचिव राजेश मीणा ने सरकारी रैन बसेरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने रैन बसेरों में आने वाले लोगों को भोजन के लिए इंदिरा रसोई की जानकारी नहीं देने पर नाराजगी जताई।
जिला कलेक्टर नरेंद्र गुप्ता नगर परिषद आयुक्त के साथ गुरुवार रात करीब 10 बजे कोटा रोड फायर स्टेशन स्थित रैन बसेरे पर पहुंचे। कलेक्टर ने यहां ठहरे लोगों से सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद वे रोडवेज बस स्टैंड स्थित रैन बसेरे में पहुंचे और लोगों से बातचीत की। इस दौरान रजाई गंदी मिलने पर उन्हें सुधार के निर्देश दिए। साथ ही यहां पहुंचने वाले लोगों को भोजन के लिए इंदिरा रसोई की भी जानकारी देने के लिए कहा। इसके बाद कलेक्टर और जिला न्यायाधीश की टीम रेलवे स्टेशन परिसर पहुंची। रेलवे स्टेशन पहुंचकर लोगों को रात को ठहरने को लेकर किए गए इंतजाम को लेकर जानकारी जुटाई। कलेक्टर ने कहा कि स्टेशन पर ट्रेन छूटने या अन्य किसी कारण से रुके लोगों को नगर परिषद के रैन बसेरों में भिजवाया जाए। इसके लिए आयुक्त से संपर्क करें। लोगों को आश्रय स्थल पहुंचाने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन के बाहर जमीन पर सो रहे कुछ लोगों से कलेक्टर, जिला न्यायाधीश और डालसा सचिव समेत पूरी टीम ने काफी समझाइश की, लेकिन लोग कड़ाके की सर्दी के बावजूद रैन बसेरे में जाने को तैयार नहीं हुए।