नगर परिषद के पूर्व सभापति कमल राठौर पर मुकदमों की बाढ़ आई हुई है। एक मुकदमे की जांच पूरी नहीं होती, उससे पहले दूसरा मुकदमा तैयार। ऐसे में लगता नहीं कि कमल राठौर को महीनों तक कोई राहत मिल सकेगी। राठौर अभी जेल में हैं। पुलिस को पूर्व आयुक्त मनोज मीणा की भी तलाश है, लेकिन पुलिस के हाथ उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस बीच बुधवार को एक और मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें कमल राठौर समेत अरूण गुप्ता, तेजश सुमन, जितेश चंदेल निवासी बारां को भी आरोपी बनाया गया है।
कोतवाली प्रभारी मांगेलाल यादव ने बताया कि सतीश अजमेरा निवासी लक्ष्मी विहार शाहबाद दरवाजा के बाहर ने रिपोर्ट दी कि मैं प्रोपर्टी का काम करता हूं। हम लोग शहर में जमीन खरीद कर जमीन को नगर परिषद से कन्वर्ट कराकर भूखण्ड काटकर खरीदारों को भूखण्ड विक्रय करते हैं। मैंने शहर की विभिन्न आवासीय योजनाओं की भूमि कन्वर्जन के लिए नगर परिषद के तत्कालीन सभापति कमल राठौर को उसके द्वारा बताई गई राशि करीब 14 लाख रुपए कन्वर्जन शुल्क के रूप में विश्वासपूर्वक अदा की थी जिसने आज तक मुझे इन योजनाओं निमित्त नगर परिषद बारां में जमा की गई राशि की कोई रसीद नही दी है। मुझे अंदेशा है कि कमल राठौर ने मेरी इस राशि का अपने निजी हित में उपयोग कर लिया है। मुझे शक होने पर मैंने जानकारी व दस्तावेज जुटाए तो कई तथ्य सामने आए हैं।अम्बेडकर सर्किल बारां स्थित ट्रक यूनियन की जमीन निमित्त ट्रक यूनियन द्वारा नगर परिषद में 56,79,375 रुपए जमा करवाए गए थे। इस राशि में से 10 लाख रुपए यूनियन द्वारा पूर्व में ही जमा करा दिए गए थे तथा शेष राशि 46,79,375 रुपए 26 दिसम्बर 2018 को जमा कराए गए थे। बाद में वर्ष 2020 में इस जमीन की रजिस्ट्री नगर परिषद बारां द्वारा ट्रक यूनियन बारां जये अध्यक्ष श्री प्रेम भारद्वाज के पक्ष में करा दी गई। ट्रक यूनियन द्वारा जमा कराई गई इस राशि के 04 दिन बाद ही 30 दिसम्बर 2018 को नगर परिषद ने इतनी ही राशि 56,79,375 रुपए समान लोकेशन पर 4612 वर्ग फीट भूमि, हाड़ौती परिवहन सहकारी समिति लिमिटेड बारां जर्ये अध्यक्ष अरूण गुप्ता के पक्ष में विक्रय कर रजिस्ट्री करा दी। अरूण गुप्ता के पक्ष में विक्रय की गई इस भूमि निमित्त राशि की, नगर परिषद के रोकड रिकार्ड में फेर-बदल व कूटरचना कर रसीद संख्या 8669 दिनांक 16.11.2018 राशि 74082 रुपए दर्शाई गई है तथा रसीद बुक की कार्यालय प्रति में भी कूटरचना कर यह रसीद, अध्यक्ष अरूण हाड़ौती परिवहन संस्था के नाम जारी होना दर्शाया है, जबकि वस्तुत: यह रसीद संख्या 8669 16 नवम्बर 2018 राशि 74082 रुपए की मेरे नाम जारी है, जो कई बार तकाजा करने के बावजूद आज तक कमल राठौर ने मुझे नहीं दी है। इसी प्रकार तत्कालीन सभापति कमल राठौर ने अपने मित्र अरूण गुप्ता से मिलीभगत कर बेईमानी के आशय से अरूण गुप्ता द्वारा 5679375 रुपए नगर परिषद में जमा कराना दर्शाया गया, जो ट्रक यूनियन बारां द्वारा जमा कराई गई राशि के समान है, जबकि अरूण गुप्ता ने ऐसी कोई राशि जमा ही नही करवाई। अरूण गुप्ता को नगर परिषद बारां ने 4612 वर्ग फुट भूमि 56,79,375 रुपए में विक्रय की है जबकि इसी लोकेशन पर इससे कई गुना अधिक क्षेत्रफल की भूमि इतनी ही राशि में ट्रक यूनियन को विक्रय की है। इस प्रकार एक ही लोकेशन पर दो भूमियां जिनका क्षेत्रफल भिन्न-भिन्न है, समान राशि पर विक्रय करना स्वत: ही सदोष लाभ के आशय को परिदर्शित करता है। हाडौती परिवहन संस्था, बारां जर्ये अध्यक्ष अरूण गुप्ता के पक्ष में नगर परिषद, बारां द्वारा जो रजिस्ट्री निष्पादित की गई है, उसमें गवाह तेजेश सुमन एवं जितेश चंदेल निवासी बारां हैं। यह दोनों व्यक्ति नगर परिषद बारां द्वारा करवाई गई इस तरह की अधिकांश फर्जी रजिस्ट्रियों में गवाह है, जिससे स्पष्ट है कि यह सब लोग सदोष लाभ के लिए षडय़ंत्रपूर्वक आपस में मिलीभगत कर, एक संगठित गिरोह के रूप में अभ्यासत: इस तरह के अपराध कारित कर रहे हैं। इस पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया है।