करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रात 2 बजे निधन हो गया। कालवी को राजस्थान में करणी सेना के मजबूत स्तम्भ के लिए जाना जाता है तो देश में पद्मावत फिल्म के विरोध के बाद मशहूर हुए। परिजनों और डाक्टरों के अनुसार वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे।
इस बीच, कल रात उन्हें कार्डियक अरेस्ट पड़ गया और उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनका अंतिम संस्कार कुछ ही देर में उनके पैतृक गांव कालवी (नागौर) में किया जाएगा।
मंगलवार को नागौर जिले के उनके पैतृक गांव कालवी में किया जाएगा। कालवी के निधन की जानकारी मिलने से राजपूत समाज में शोक की लहर है। बड़ी संख्या में लोग उनके पैतृक गांव पहुंच रहे हैं। कालवी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
कालवी के पिता कल्याण सिंह कालवी थोड़े समय के लिए केंद्र और राज्य में मंत्री थे। लोकेंद्र ने भी नागौर और बाड़ेमर से सांसद बनने की कोशिश की लेकिन वह चुनाव हार गए। इनके पिता कल्याण सिंह कालवी प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के काफी करीबी थी। लोंकेंद्र सिह की पढ़ाई मेयो कालेज अजमेर से हुई थे। वह बास्केट बाल के खिलाड़ी भी थे।