राजस्थान में 48,000 पदों पर होने जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले दिन ही प्रदेश के 3 जिलों में फर्जी अभ्यर्थी पकड़ में आए हैं। ऐसे में लोगों के बीच में भर्ती परीक्षा को रद्द करने को लेकर कई तरह की चर्चाएं दिनभर चलती रही। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा से इस बारे में सीधे सवाल पूछे, इसमें पेपर लीक से लेकर परीक्षा को रद्द करने जैसे सवालों पर शर्मा ने भी अपनी राय रखी।
सवाल – क्या शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है?
जवाब – पेपर लीक को लेकर बहुत जल्दी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है। अभी लीक जैसी कोई भी बात सामने नहीं आई है। हालांकि जोधपुर पुलिस ने कुछ अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की है। उन अभ्यर्थियों के पास से भी जो प्रश्न पत्र मिला है। वह असली प्रश्नपत्र से पूरी तरह अलग है। उसमें से एक भी सवाल असली प्रश्नपत्र में नहीं आया है। ऐसे में पेपर लीक जैसी कोई भी संभावना फिलहाल नहीं है।
सवाल – प्रदेश भर में फर्जी अभ्यर्थी पकड़ में आए हैं। उनके पास कहां से और कौनसा पेपर आया?
जवाब – राजस्थान में अभ्यर्थियों को बेवकूफ बनाने के लिए काफी गिरोह सक्रिय है। जो भोले भाले अभ्यर्थियों को ठग कर उन्हें फर्जी पेपर बेच रहे हैं। जिससे उन्हें बचना चाहिए। फिलहाल इस मामले में ज्यादा बेहतर जवाब तो पुलिस ही दे पाएगी। क्योंकि फर्जी अभ्यर्थियों को जिला स्तर पर पुलिस की टीम ने ही पकड़ा है।
40 लाख में बिका REET मेन्स का फर्जी पेपर:जोधपुर में 5 गिरफ्तार, 10-10 लाख में की डील; इंटरनेट सर्विस शुरू
राजस्थान में 48 हजार पदों की शिक्षक भर्ती के पहले दिन पेपरलीक का जिन्न फिर बाहर आ गया। जोधपुर में पुलिस ने मैरिज गार्डन से एक गिरोह को दबोचा, जिसमें 19 लड़के और 10 लड़कियों को पेपर सॉल्व कराया जा रहा था। दिनभर यह बात चलती रही कि पेपरलीक हो गया है। हालांकि बाद में जोधपुर पुलिस और खुद कर्मचारी चयन बोर्ड चेयरमैन में इसका खंडन किया कि पेपरलीक हुआ है।
नकली पेपर लीक, लेकिन डील असली जैसी
जोधपुर पुलिस ने दावा किया कि गिरोह के पास जो प्रश्न मिले हैं, वो असली एग्जाम से मैच नहीं हो रहे। प्रवीण विश्नोई नाम के स्टूडेंट ने 40 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया। उसे 10 लाख रुपए सुरेश जाट, मुकेश जोशी निवासी सांचौर और रामेश्वर समेत 5 लोगों ने एडवांस दिए। इन 5 लोगों ने बाकी स्टूडेंट्स को 10-10 लाख रुपए में नकली पेपर बेचा। गिरोह ने किसी से एडवांस नहीं लिया, लेकिन पास होने पर फुल पेमेंट की डील हुई थी। ये गिरोह बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर हल कर रहा था।
बड़ा सवाल यह है कि नकली पेपर की डील करने वाला सांचौर निवासी प्रवीण सुबह की पारी में एग्जाम देकर चला गया तब जोधपुर पुलिस उसे नहीं पकड़ पाई। बाद में पुलिस ने सुरेश जाट, मुकेश जोशी निवासी सांचौर और रामेश्वर समेत 5 को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मुकेश जोशी जोधपुर के केरू में कोचिंग चलाता है।
इधर पेपरलीक की चर्चाएं, उधर आनन-फानन में नेटबंदी
जोधपुर में पेपरलीक की अफवाहों के बीच आनन-फानन में पहले प्रदेश के 4, फिर धीरे-धीरे कर उन सभी 11 जिलों में नेट बंद कर दिया गया, जहां एग्जाम कराए जा रहे थे। पहले दिन की दोनों पारियों की परीक्षा खत्म होने के बाद इंटरनेट को शाम 6 बजे के बाद बहाल कर दिया गया।
इधर, जयपुर में डमी कैंडिडेट पकड़े जाने की भी सूचना है। बताया जा रहा कि एसओजी की टीम ने इन्हें अलग-अलग सेंटर्स से पकड़ा है। इसी तरह से भरतपुर के श्रीमती कमलेश आईटीआई कॉलेज में रीट लेवल वन की परीक्षा देते हुए एक डमी कैंडिडेट पकड़ा गया। यह डमी कैंडिडेट अपने जीजा की जगह पेपर दे रहा था। सेवर थाना अधिकारी अरुण चौधरी ने बताया कि राजाखेड़ा के रहने वाले आरोपी धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मैरिज होम में 3 कमरे बुक किए थे
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने मैरिज होम में 3 कमरे बुक किए थे। यहां पकड़े गए सभी आरोपियों को पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था। डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि शुक्रवार की रात 1.30 बजे गिरोह ने बनाड़ रोड स्थित उदयगढ़ मैरिज होम में बुक किए थे।
मैरिज होम में पहले से शादी समारोह चल रहा था। इसलिए पुलिस ने सूचना मिलने पर सुबह 4.30 बजे सिविल ड्रेस में दबिश दी। पुलिस ने लैपटॉप, प्रिंटर और मोबाइल जब्त किए हैं। पुलिस दरवाजे तोड़कर अंदर घुसी।
इसमें 29 लोगों के पास से वाइट पेपर, शीट, पेन आदि मिले हैं। आरोप है कि इन्हीं में कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने सुबह 10 बजे अलग-अलग सेंटर पर एंट्री भी दिलवाई। पुलिस ने तर्क दिया कि पुलिस जांच के कारण अभ्यर्थी लेट हो गए थे इसलिए उन्हें प्रवेश दिलवाया।
वहीं, जयपुर में 2 डमी कैंडिडेट पकड़े गए हैं। जयपुर के दो परीक्षा केन्द्रों पर किसी और की जगह लेवल-1 का एग्जाम देने आए दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।
अजमेर रोड के हीरापुरा में कमला देवी बुधिया स्कूल में एक डमी कैंडिडेट को पकड़ा है, जो झुंझुनूं का रहने वाला बताया जा रहा है। वहीं, दूसरा डमी कैंडिडेट आमेर के सेंटर पर पकड़ा गया हैं।
अचानक नेटबंदी से हड़कंप
वहीं, भरतपुर के बाद अब अचानक जयपुर सहित छह और जिलों में नेटबंदी करने के आदेश जारी किए गए थे। शनिवार शाम छह बजे तक इंटरनेट बैन रहने के बाद रविवार को सुबह छह से शाम छह बजे तक जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और अलवर में फिर नेटबंदी रहेगी।
इस बीच लेवल वन की पहली पारी की परीक्षा दोपहर 12 बजे खत्म हो गई है। दोपहर 3 बजे से लेवल-2 की साइंस-मैथ्स की परीक्षा शुरू हुई। शाम को साढ़े 5 बजे तक यह एग्जाम भी समाप्त हो गया। दरअसल, राजस्थान में पहली बार 48,000 पदों पर होने जा रही REET-मेंस यानी शिक्षक भर्ती परीक्षा आज से शुरू हुई है। पांच दिन चलने वाले एग्जाम में जयपुर के अलावा प्रदेश के 11 जिलों में सेंटर्स बनाए गए हैं।
रोते रहे कैंडिडेट, नहीं मिली एंट्री
बोर्ड ने एग्जाम में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए तय समय से एक घंटा पहले ही एंट्री बंद करने का आदेश निकाला है। वहीं, एक-दो मिनट लेट पहुंचने वालों को भी एंट्री नहीं दी गई है।अलवर, जयपुर सहित कई सेंटर्स पर आज सुबह की पारी में लेट पहुंचे कैंडिडेट्स रोते-गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं मिल सका।
वहीं, इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच पेपर सेंटर्स तब पहुंचाए गए और पूरी चेकिंग के बाद भी अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया।दरअसल, 25 फरवरी और 26 फरवरी को होने वाली चार पारियों की परीक्षा 11 जिलों में होगी। इन जिलों में जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जोधपुर, कोटा, गंगानगर, टोंक और उदयपुर शामिल हैं। इसके बाद 27-28 फरवरी को चार और 1 मार्च को एक पारी में यानी कुल 5 पारियों की परीक्षा केवल जयपुर में होगी।
बोर्ड द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड में मिलेगी एंट्री
कर्मचारी चयन आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है।ऐसे में जो भी अभ्यर्थी ड्रेस कोड की पालना नहीं करेगा, उसे परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं दी जाएगी। बोर्ड द्वारा जारी ड्रेस कोड के अनुसार अभ्यर्थी कोट, टाई, मफलर, जैकेट, जरकिन, ब्लेजर, शॉल आदि पहनकर न आएं।
इसके साथ ही उनकी शर्ट, बिना जेब वाली, गर्म जर्सी स्वेटर, जिसमें बड़े बटन न लगे हों, पहनकर ही परीक्षा दे सकते है।
7 दिन राजस्थान रोडवेड में फ्री सफर
राजस्थान में 48 हजार पदों पर होने जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा में 8 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है। ऐसे में अभ्यर्थियों के आने-जाने के लिए राजस्थान सरकार ने रोडवेज बसों में फ्री सफर की राहत दी है।
इसके तहत राजस्थान सीमा में 24 फरवरी से 2 मार्च तक अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर प्रदेश में कहीं भी फ्री में सफर कर सकेंगे। हालांकि यह सुविधा सिर्फ राजस्थान रोडवेज कि ब्लू लाइन बसों में ही मिलेगी।